मोरोक्को में भूकंप से १०३७ लोगों की मौत – पिछले १२० सालों में हुआ सबसे खतरनाक भूकंप

मराकेश – मोरोक्को के मराकेश शहर को दहलानेवाले बड़ी तीव्रता के भूकंप से हुई तबाही ने १०३७ लोगों की जान छीन ली है और १२०० लोगों को घायल किया है। इस तबाही के बाद मलबा हटाने का काम शीघ्रता से शुरू किया गया है और अभी इस भूकंप से मारे गए लोगों की संख्या और बढ़ेगी, यह ड़र भी व्यक्त किया जा रहा हैं। शहर में ७.२ रिश्टर स्केल तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस होने से कुल ६७० इमारतें नष्ट हुई हैं। इसमें ‘युनेस्को’ ने हेरिटेज यानी विरासत घोषित किए इमारतें भी नष्ट हुई हैं। इस वजह से मोरोक्को का भारी मात्रा में आर्थिक और सांस्कृतिक नुकसान होने का दावा किया जा रहा है। पिछले १२० सालों के बाद मोरोक्को को इतने भीषण भूकंप का सामना करना पड़ रहा है।

मोरोक्को में भूकंप से १०३७ लोगों की मौत - पिछले १२० सालों में हुआ सबसे खतरनाक भूकंपअटलांटिक महासागर और भूमध्य समुद्र के तटीय इलाके के अफ्रीकी देश के तौर पर मोरोक्को की पहचान है। शुक्रवार रात करीबन ११ बजे मोरोक्को के पश्चिमी क्षेत्र को भूकंप के तीव्र झटके लगे। अमरिकी जिओलॉजिकर सर्वे विभाग ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार मराकेश शहर इस भूकंप का प्रमुख केंद्र था। कम से कम ६.८ रिश्टर स्केल तीव्रता के भूकंप ने इस क्षेत्र को दहलाने की जानकारी सामने आयी थी। लेकिन, अमरीका और अन्य जियोलॉजिकल संस्थाओं ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार इस भूकंप की तीव्रता ७.२ रिश्टर स्केल थी।

मोरोक्को के एटलस पर्बतश्रृंखला से पोर्तुगाल के तटीय इलाके तक इस भूकंप के झटके महसूस हुए। यह एक प्रलयंकारी आपदा होने का दावा किया जा रहा था। रात के समय यह भूकंप होने के कारण सैकड़ों लोग इमारतों के मलबे में दबने की संभावना जताई जा रही है। मोरोक्को में भूकंप से १०३७ लोगों की मौत - पिछले १२० सालों में हुआ सबसे खतरनाक भूकंपभूकंप के बाद पहले नौ घंटों में ही सैकड़ों शव मलबे से बाहर निकाले गए।

शहर की ६७० से अधिक इमरातें इस भूकंप से नष्ट हुई हैं और अधिकांश इमारतों का मलबा हटाने का काम अभी बाकी है। इस वजह से मलबे के निचे अधिक शव दबे होने की आशंका को नकार नहीं सकते। ऐसे में मृतकों की संख्या अधिक बढ़ने का ड़र स्थानीय यंत्रणा जता रही है। यहां के मलबे के नीचे कई परिवार दबे होने का दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम व्यक्त कर रहे हैं।

इस भूकंप की वजह से एक रात में ही हजारों लोग बेघर हुए है और कई लोगों को खुले मैदान में, सड़क पर रात गुजारनी पड़ी। इस आपदा में कई अस्पताल भी नष्ट हुए हैं। मोरोक्को में भूकंप से १०३७ लोगों की मौत - पिछले १२० सालों में हुआ सबसे खतरनाक भूकंपइस वजह से घायलों को भी ऑक्सिजन सिलेंडर के साथ सड़क पर ही रहना पड़ा। अस्पताल, दवाखाने और मेडिकल केंद्रों का भारी नुकसान होने की वजह से घायलों पर इलाज़ करने में भी कठिन हुआ है।

मोरोक्को के इस भूकंप के बाद दुनियाभर के नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की। भारत में आयोजित ‘जी २०’ बैठक के शुरू में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरोक्को की इस आपदा के समय भारत मोरोक्को की जनता को आवश्यक सभी सहयता प्रदान करेगा, ऐसा ऐलान किया। इसके अलावा इस्रायल भी जल्द ही अपना बचाव दल मोरोक्को रवाना कर रहा हैं। यूरोपिय देशों ने भी मोरोक्को के लिए विभिन्न स्तरों पर सहायता मुहैया कराने का ऐलान किया है।

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