ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान ८३ की मौत – पूर्व राष्ट्राध्यक्ष रफ्संजानी की बेटी गिरफ्तार

तेहरान – पिछले दो हफ्तों से ईरान में हो रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में ८३ लोगों के मारे जाने की जानकारी मानव अधिकार संगठनों ने प्रदान की। लेकिन, ईरान की हुकूमत मृतकों की असल संख्या छुपा रही है और रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ की कार्रवाई में कम से कम तीन सौ लोगों की हत्या हुई, ऐसा आरोप यूरोप स्थित ईरानवंशी विरोधी गुटों ने लगाया है। इसी बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी की हुकूमत के खिलाफ हो रहे इन प्रदर्शनों को ईरान के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष अकबर हाशेमी रफ्संजानी की बेटी फईज़ हाशेमी का समर्थन मिलने के बाद रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने उन्हें हिरासत में लिया। साल १९७९ की इस्लामी क्रांती के दौरान चरमपंथियों ने निष्कासित किए रेज़ पहलवी शहा के बेटे ने ईरान की हुकूमत के खिलाफ हो रहे इन प्रदर्शनों को समर्थन घोषित किया है।

२२ वर्षीय माहसा अमिनी नामक कुर्द युवति ने ईरान में हिजाब की सख्ती के खिलाफ आवाज़ उठाने के बाद रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने उसे गिरफ्तार किया था। लेकिन, माहसा की जेल में ही मृत्यु हुई और इसके बाद पिछले १४ दिनों से ईरान में सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी और राष्ट्राध्यक्ष रईसी की हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। ईरान के युवा-युवतियों का बड़ा गुट इन प्रदर्शनों में शामिल हुआ है। खामेनी हुकूमत के लिए यह काफी बड़ा झटका होने का दावा किया जा रहा है। क्योंकि, अब तक खामेनी की हुकूमत को युवावर्ग का बड़ा समर्थन था।

लेकिन, ईरान के ८० से अधिक शहरों में भड़के इन प्रदर्शनों का नेतृत्व युवा गुट कर रहा हैं और इस वजह से खामेनी की हुकूमत के सामने चुनौती बढ़ी है, यह दावा माध्यम कर रहे हैं। यह युवा प्रदर्शनकारी ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ और बसिज मिलिशिया नामक सशस्त्र गुटों पर हमले कर रहे हैं, ऐसी खबरें भी प्राप्त हो रही हैं। लेकिन, ईरान की हुकूमत इन प्रदर्शनों में मारे गए एवं गिरफ्तार लोगों की सही संख्या सार्वजनिक नहीं कर रही है, यह आरोप लगाया जा रहा है। पिछले दो हफ्तों में हुए प्रदर्शनों में कम से कम ३०० लोग मारे गए हैं और १५ हज़ार से अधिक की गिरफ्तारी हुई है, ऐसा दावा पैरिस की ‘पिपल्स मोजाहेदिन ऑर्गनाइजेशन’ नामक ईरानी विद्रोही संगठन ने किया है।

ईरान में हो रहे इन युवाओं के प्रदर्शन को हुकूमत के विरोधी गुट खुलेआम समर्थन दे रहे हैं। ईरान के ईंधन क्षेत्र से संबंधित कामगारों ने राष्ट्राध्यक्ष रईसी से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई बंद करने की गुहार लगायी है। साथ ही प्रदर्शन में शामिल महिलाओं को भी इन कामगारों ने समर्थन घोषित किया है। हर दिन इन महिला प्रदर्शनकारियों पर हो रही कार्रवाईयाँ बंद नहीं हुई तो हड़ताल की चेतावनी इन कामगारों ने दी है।

इसी बीच ईरान के युवा प्रदर्शनकारियों को ईंधन क्षेत्र के कामगारों का प्राप्त समर्थन ईरान की हुकूमत के लिए चुनौती बनती जा रही है।

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