अफ़गान सेना की कार्रवाई में ९० तालिबानी ढ़ेर

तेहरान – अफ़गानिस्तान की सेना ने बीते ४८ घंटों के दौरान कार्रवाई करके ९० तालिबानी आतंकियों को ढ़ेर किया है। मारे गए आतंकियों में तालिबानी कमांडर्स का भी समावेश होने की जानकारी अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की है। अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने तालिबान को शांतिवार्ता का नया प्रस्ताव देने की तैयारी की होने की जानकारी सामने आ रही है। लेकिन, अमरीका और नाटो की सेनाओं की पूरी तरह से वापसी हुए बगैर बातचीत मुमकिन ना होने की बात तालिबान ने ड़टकर कही है। लेकिन, अमरीका और नाटो की सेनाएं अफ़गानिस्तान से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं। इस वजह से अफ़गानिस्तान ने नया तीव्र संघर्ष शुरू होगा, यह बात स्पष्ट हुई है और अफ़गान सेना ने तालिबान पर शुरू की हुई यह कार्रवाई यही साबित कर रही है।

afghan-blast-90-talibaniअफ़गानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की हुई जानकारी के अनुसार कंधार, बघलान, लाघमन, फरयाब और बड़ाखशान प्रांत में तालिबान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। अफ़गान सेना की कार्रवाई के दौरान कंधार और बड़ाखशान प्रांत में १८-१८ और फरयाब प्रांत में ३५ तालिबानी आतंकियों को ढ़ेर किया गया है। बघलान में नौं और लाघमन में छह आतंकियों को ढ़ेर किया गया है। इसके अलावा तखार प्रांत में हुई रविवार की कार्रवाई के दौरान पांच तालिबानी ढ़ेर होने की जानकारी अफ़गान सेना ने प्रदान की।

afghan-blast-90-talibaniबीते ४८ घंटों की कार्रवाई के दौरान तालिबानी आतंकियों से हथियारों का बड़ा भंड़ार बरामद किया गया है। इसमें १३ सुरूंगों का भी समावेश होने की बात अफ़गान सेना ने कही है। अफ़गान सेना ने बीते हफ्ते की हुई यह सबसे बड़ी कार्रवाई समझी जाती है। अफ़गानिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो रहे तालिबानी आतंकियों पर कार्रवाई जारी रहेगी, ऐसा अफ़गान सरकार ने स्पष्ट किया था। लेकिन, इसके साथ ही देश की स्थिरता के लिए तालिबान से बातचीत भी जारी रखने का ऐलान अफ़गान सरकार ने किया है।

इस पृष्ठभूमि पर इस महीने में तुर्की में हो रही बैठक अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने तालिबान को शांतिवार्ता का नया प्रस्ताव देने की तैयारी जुटाई है। इसमें राजनीतिक बातचीत के ज़रिये अफ़गानिस्तान में युद्धविराम स्थापित करना, नए से हो रहे राष्ट्राध्यक्ष पद की चुनाव प्रक्रिया में तालिबान शामिल हो और अफ़गानिस्तान के विकास की कोशिश करने जैसे मुद्दों का इस प्रस्ताव में समावेश होने की जानकारी सामने आयी है।

afghan-blast-90-talibaniलेकिन, अमरीका और नाटो की सेनाएं अफ़गानिस्तान से पूरी तरह से पीछे हटें, यह माँग तालिबान ने रखी थी। १ मई से पहले पश्चिमी देशों की सेना ने अफ़गानिस्तान छोड़ा नहीं तो भीषण परिणामों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहें, ऐसी धमकी तालिबान ने पहले ही दी थी। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने तालिबान की इस माँग को नजरअंदाज करके छह महीने बाद अमरीका की सेना की वापसी शुरू हो सकती है, ऐसे संकेत दिए हैं। इस पर तालिबान ने क्रोध व्यक्त किया है।

ऐसी स्थिति में पाकिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ ने तालिबान के नेताओं को पेशावर में बुलाकर अफ़गानिस्तान पर युद्ध थोंपने की तैयारी जुटाई होने का आरोप अफ़गानिस्तान की सुरक्षा यंत्रणाओं ने लगाया। साथ ही, पाकिस्तान की इच्छा है तो अफ़गानिस्तान भी युद्ध के लिए तैयार है, ऐसी सख्त चेतावनी अफ़गान सुरक्षा यंत्रणाओं ने दी है।

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