यूक्रैन में नाटो की जारी आक्रामक हरकतें रशिया के लिए ‘रेड लाईन’ – रशिया के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव

nato-russia-ukraine-red-line-2मास्को – नाटो का एक के बाद एक यूक्रैन में हो रहे आक्रमण रशिया के लिए ‘रेड लाईन’ है और नाटो की इन हरकतों को ‘काऊंटर ऐक्शन्स’ के स्वरूप में प्रत्युत्तर दिया जाएगा, ऐसा इशारा रशिया के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने दिया है। इस इशारे के बाद कुछ ही घंटों में रशिया का सैन्य बल नए युद्धाभ्यास के लिए बेलारुस में दाखिल होने की बात स्पष्ट हुई है। इसी बीच, ब्रिटेन ने यूक्रैन के लिए ‘एण्टी टैंक सिस्टम’ रवाना किए हैं। कनाड़ा ने भी अपने ‘स्पेशल फोर्सस’ का दल यूक्रैन में तैनात करने का ऐलान किया है। अमरीका का संसदीय शिष्टमंड़ल यूक्रैन में दाखिल होने का वृत्त है।

यूक्रैन के मुद्दे पर रशिया और पश्‍चिमी देशों के बीच पिछले कुछ हफ्तों में राजनीतिक बातचीत असफल रही है। इसके बाद दोनों ओर से जोरदार गतिविधियाँ जारी हैं और रोज़ाना जुबानी मुठभेड़ हो रही है। कुछ दिन पहले रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने पश्‍चिमी देशों को दिए प्रस्ताव पर रशिया ज्यादा समय तक प्रतिक्षा नहीं करेगी, यह इशारा भी दिया था। इसके बाद अब रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने भी ‘काऊंटर ऐक्शन’ का इशारा दिया।

अमरिकी समाचार चैनल ‘सीएनएन’ को दिए साक्षात्कार के दौरान पेस्कोव ने नाटो की जोरदार आलोचना की। ‘पश्‍चिमी देशों ने नाटो का विस्तार ना करने का आश्‍वासन रशिया को दिया था। लेकिन, यह आश्‍वासन लिखित स्वरूप में कभी सच्चाई में नहीं उतरे। इन आश्‍वासनों के विपरीत बर्ताव करके नाटो ने पिछले कुछ वर्षों में कई देशों को सदस्यता प्रदान करने के लिए दरवाजे खुले रखने की नीति अपनाई’, यह आरोप पेस्कोव ने लगाया।

nato-russia-ukraine-red-line-1‘यूक्रैन के मुद्दे पर भी शुरू में सिर्फ जुबानी आश्‍वासन थे। लेकिन, इसके बाद नाटो ने यूक्रैन के क्षेत्र में धीरे-धीरे प्रभाव बढ़ाने की गतिविधियाँ शुरू कीं। हथियारों की आपूर्ति, सैन्य सलाहकार एवं अन्य यंत्रणाओं की तैनाती, यूक्रैन की सेना को प्रशिक्षण देने जैसी गतिविधियों से इसका दायरा बढ़ता रहा। यूक्रैन में नाटो की ऐसी आक्रामक गतिविधियाँ रशिया के लिए रेड लाईन साबीत हो रही हैं। नाटो की गतिविधियों के कारण रशिया और इसके साथ ही यूरोप की सुरक्षा के लिए भी सीधे खतरा निर्माण हुआ है’, यह इशारा पेस्कोव ने दिया। यह बढ़ता खतरा रशिया अब बर्दाश्‍त नहीं कर सकती और नाटो के साथ पश्‍चिमी देशों की हरकतों को ‘काऊंटर ऐक्शन’ के स्वरूप में प्रत्युत्तर दिया जाएगा, यह इशारा रशिया के प्रवक्ता ने दिया। साथ ही यूक्रैन के मुद्दे पर युद्ध छेड़ना ‘मैडनेस’ साबित होगा, यह दावा भी पेस्कोव ने किया है।

रशियन प्रवक्ता के इस इशारे के कुछ ही घंटों बाद रशिया के सैन्य दल बेलारूस की ओर रवाना हो रहे हैं, यह जानकारी सामने आयी है। फ़रवरी में रशिया और बेलारूस के युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया और इसके लिए रशियन सैन्य दल बेलारूस में रवाना करने की बात कही जा रही है। इन दलों में सशस्त्र वाहन, तोप, टैंक और मिसाइलों का समावेश है।

इसी बीच, पश्‍चिमी देशों ने भी अपनी रशिया विरोधी राजनीतिक एवं सैन्य गतिविधियाँ गतिमान की हुई दिखती हैं। अमरीका का द्विपक्षीय संसदीय शिष्टमंड़ल यूक्रैन में दाखिल हुआ है और इस शिष्टमंड़ल ने यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की से मुलाकात की। इस दौरान अमरीका ने यूक्रैन को अतिरिक्त हथियार प्रदान करने का आश्‍वासन दिया। हथियारों की इस आपूर्ति में ‘जैवेलियन मिसाइल्स’, ‘स्टिंगर मिसाइल्स’, बोटस्‌ एवं छोटे हथियारों का समावेश होगा, ऐसा कहा जा रहा है। ब्रिटेन ने यूक्रैन को ‘एंटी टैंक वेपन सिस्टम’ प्रदान करने की जानकारी रक्षामंत्री बेन वॉलेस ने साझा की। इस यंत्रणा के साथ ही ब्रिटेन की सेना का दल भी यूक्रैन पहुँचा है। तो, कनाड़ा ने स्पेशल फोर्सस का दल यूक्रैन में तैनात करने का ऐलान किया है।

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