लैटिन अमरीका में लष्करी तैनाती पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की क्युबा, वेनेजुएला और निकारागुआ के साथ चर्चा

Putin-Cubaमॉस्को/हवाना/वॉशिंग्टन – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने अमरीका के नज़दीकी देशो मे लष्करी तैनाती के संकेत दिए हैं। पिछले कुछ दिनों में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने क्युबा, वेनेजुएला और निकारागुआ इन तीनों देशों के प्रमुखों के साथ चर्चा की होने की जानकारी रशिया ने दी। कुछ ही दिन पहले रशिया के उप विदेश मंत्री सर्जेई रिब्कोव्ह ने ऐसी चेतावनी दी थी कि रशिया लैटिन अमरीका के क्युबा और वेनेजुएला में रक्षा तैनाती कर सकता है। उसके बाद पुतिन ने चर्चा करने की बात सामने आई है।

Venezuela-Cuba-Nicaraguaरशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लॅवरोव्ह ने संसद में लैटिन अमरीका में संभाव्य तैनाती के बारे में जानकारी दी। ‘रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने हाल ही में क्युबा, वेनेजुएला और निकारागुआ के नेताओं के साथ चर्चा की। इस चर्चा में लष्करी सहयोग के साथ अन्य क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने के बारे में चर्चा हुई। तीनों देशों ने रशिया के साथ सामरिक साझेदारी मज़बूत करने के लिए मान्यता दी है’, ऐसा विदेश मंत्री लॅवरोव्ह ने कहा।

Russian-planesरशिया ने इससे पहले सन 2018 और 2019 में वेनेजुएला में सेना तैनात करने की बात सामने आई थी। वेनेजुएला की राजधानी कैराकस के पास होनेवाले हवाई अड्डे को, लष्करी अड्डे के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति रशिया को दी होने की खबर भी प्रकाशित हुई थी। रशियन बॉम्बर्स तथा लड़ाकू विमान वेनेजुएला में उतरने के फोटोग्राफ्स भी जारी हुए थे। रशिया और वेनेजुएला के बीच रक्षा तैनाती के संदर्भ में समझौता होने की बात भी बताई जाती है।

क्युबा और रशिया के बीच भी सन 2019 में अहम समझौते हुए होकर, उसमें रशिया रक्षाअड्डा सक्रिय कर सकता है, ऐसे संकेत दिए गए थे। पिछली सदी में 1960 के दशक में रशिया ने क्युबा में परमाणु अस्त्र तैनात करने की गतिविधियाँ शुरू कीं थीं। अमरीका द्वारा क्युबा पर होनेवाला संभाव्य आक्रमण टालने के लिए रशिया ने यह कदम उठाया ऐसा बताया जाता है। लेकिन अमरीका ने ‘नेव्हल ब्लॉकेड’ की चेतावनी देने के बाद तथा क्युबा पर आक्रमण ना करने का आश्वासन देने के बाद रशिया पीछे हटा था । यह घटना ‘क्युबन मिसाईल क्रायसिस’ के रूप में जानी जाती है। रशिया ने फिर से क्युबा में लष्करी तैनाती के संकेत देना, यह ‘क्युबन मिसाईल क्रायसिस’ की पुनरावृत्ति साबित हो सकती है, ऐसे दावे विश्लेषकों द्वारा किए जा रहे हैं।

निकारागुआ और अमरीका के संबंधों में पिछले कई सालों से तनाव आया होकर, इस देश ने रशिया तथा चीन के साथ नजदीकियाँ बढ़ाने की शुरुआत की है। कुछ ही दिन पहले चीन भी लैटिन अमरीका में अपना प्रभाव बढ़ा रहा होने की रिपोर्ट सामने आई थी। रशिया ने अगर निकारागुआ में लष्करी तैनाती बढ़ाई, तो अमरीका का सिरदर्द अधिक ही बढ़ सकता है।

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