कमज़ोर परमाणु समझौता ईरान को ताकतवर करेगा – इस्रायल के प्रधानमंत्री का इशारा

जेरूसलम – ‘अमरीका का प्रस्ताव मानकर ईरान थोड़े समय के लिए नए परमाणु समझौते के लिए सहमत होगा| लेकिन, यह समझौता २०१५ के मूल परमाणु समझौते से अधिक कमजोर होगा और इससे ईरान अधिक ताकतवर बनेगा’, यह इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दिया| इस परमाणु समझौते की वजह से इस्रायल के साथ इस क्षेत्र में अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा को भी खतरा निर्माण होगा, इसकी याद इस्रायल के प्रधानमंत्री ने दिलायी|

परमाणु समझौतावियना में पिछले आठ महीनों से ईरान के साथ परमाणु समझौते की चर्चा जारी है और अब यह चर्चा अंतिम चरण में होने का दावा अमरीका का बायडेन प्रशासन कर रहा है| ईरान ने गंभीरता से विचार किया तो अगले कुछ दिनों मैं परमाणु समझौता किया जाएगा यह दावा भी बायडेन प्रशासन कर रहा है| यूरोपिय महासंघ ने भी परमाणु समझौता नज़र में होने का बयान किया है|

इस परमाणु समझौते के लिए हम तैयार होने के संकेत ईरान दे रहा है| अमरीका और यूरोपिय देशों की मॉंग स्वीकारके ईरान ने अपनी कैद से पश्‍चिमी देशों के नागरिकों को रिहा करने का ऐलान किया है| ऐसे में ईरान के विदेशमंत्री हुसेन अमीर-अब्दुल्लाहिया इन दिनों म्युनिक सुरक्षा बैठक में व्यस्त हैं और उन्होंने परमाणु समझौते से संबंधित कुछ अहम बैठक करने का दावा किया है|

अमरीका और ईरान परमाणु समझौते को लेकर ऐलान कर रहे हैं और तभी इस परमाणु समझौते का तीव्र विरोध कर रहे इस्रायल और अरब मित्रराष्ट्रों का बयान आने की उम्मीद थी| रविवार को जेरूसलम में हुई कैबिनेट बैठक के दौरान इस संभावित परमाणु समझौते पर चर्चा हुई| पश्‍चिमी देश और ईरान द्वारा स्वीकार किया गया यह परमाणु समझौता छोटा और कमज़ोर होने का बयान बेनेट ने इस बैठक में किया|

परमाणु समझौताइस्रायल के प्रधानमंत्री ने इस परमाणु समझौते की तुलना सन २०१५ के मूल परमाणु समझौते से की है| अमरीका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के नेतृत्व में किया गया परमाणु समझौता कमज़ोर था, यह बयान भी इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किया| ‘मूल परमाणु समझौते की वजह से दो बातें हुईं| इस समझौते की वजह से ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम में संवर्धन की क्षमता काफी बढ़ाई और ईरान को अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखने के लिए पर्याप्त अवधि भी मिला’, ऐसी तीखी आलोचना प्रधानमंत्री बेनेट ने की| इस परमाणु समझौते की तुलना में बायडेन प्रशासन ईरान के साथ कर रहा समझौता उससे भी अधिक कमज़ोर होने का दावा इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किया|

‘आनेवाले कुछ दिनों में यह परमाणु समझौता होगा और उसके बाद की गतिविधियों के लिए, अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए इस्रायल हर तरह की तैयारी कर रहा है| क्योंकि, इस समझौते के बदले में ईरान को अरबों डॉलर्स का निधि मिलेगा, प्रतिबंध हटाए जाएंगे और ईरान यह सारा पैसा खाड़ी क्षेत्र के देशों पर खर्च करेगा| यह आतंकवाद इस्रायल एवं इस क्षेत्र के देशों के लिए खतरनाक साबित होगा। इसके अलावा खाड़ी क्षेत्र में तैनात अमरिकी सैनिकों के लिए भी यह आतंकी खतरा ही बनेंगे’, ऐसा गंभीर इशारा प्रधानमंत्री बेनेट ने दिया| सीधा ज़िक्र किया ना हो, लेकिन इस्रायल के प्रधानमंत्री बेनेट गाज़ापट्टी की हमास, लेबनान की हिज़बुल्लाह, येमन के हौथी विद्रोही एवं इराक-सीरिया में स्थित ईरान से जुडे आतंकी संगठनों के खतरे की ओर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं|

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