यूक्रैन के मुद्दे पर भारत की तटस्थता की नीति कायम रहेगी – विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला

नई दिल्ली – अभी किसी भी देश ने अधिकृत स्तर पर सरेआम आलोचना नहीं की है, लेकिन रशिया-यूक्रैन युद्ध में भारत रशिया के खिलाफ जाने से बच रहा है, ऐसी नाराज़गी जताई जा रही है| अमरीका अलग-अलग तरीके से भारत के खिलाफ बयान कर रही है| अमरीका और भारत के ताल्लुकात रशिया जैसे नहीं हैं, ऐसा बयान अमरिकी विदेश मंत्रालय ने किया था| लेकिन, भारत ने फिर से यूक्रैन के मसले पर अपनी पहले की भूमिका कायम होने का बयान करके किसी भी स्थिति में भारत अपनी तटस्थता छोड़ने के लिए तैयार ना होने का संदेश दिया है|

indian-strategy-ukraine-issueसंयुक्त राष्ट्रसंघ के सुरक्षा परिषद में यूक्रैन पर हमला करनेवाली रशिया के खिलाफ प्रस्ताव रखा गया था| इस पर हुई वोटिंग में भारत शामिल नहीं हुआ| इस पर सीधे आलोचना नहीं हो रही है, फिर भी अमरीका ने अपनी नाराज़गी जतायी हुई दिख रही है| लेकिन, रशिया ने भारत की संतुलित भूमिका का स्वागत किया था| इस पृष्ठभूमि पर भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने देश की इस विषय की भूमिका फिर से स्पष्ट रूप में रखी| भारत ने यूक्रैन के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद में किसी का पक्ष लिए बिना इस पर वोट करना टाल दिया था| लेकिन, किसी भी स्थिति में हिंसा का समर्थन नहीं किया जा सकता, यह भारत ने ड़टकर कहा है, इस ओर श्रृंगला ने ध्यान आकर्षित किया|

हिंसा का समर्थन नहीं किया जा सकता, यह कहकर भारत ने इस समस्या का हल निकालने के लिए राजनीतिक बातचीत ही एक मात्र विकल्प होने की भूमिका बड़ी दृढता से स्वीकारी है| आज भी भारत की यही भूमिका कायम हैं, ऐसा श्रृंगला ने कहा| इसी बीच, यूक्रैन पर हमला करने के बाद रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री से फोन पर बातचीत की थी| इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संज्ञान लिया गया है| इसके बाद यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की से भी फोन पर बातचीत करके प्रधानमंत्री ने भारत की तटस्थता विश्‍वभर में सार्वजनिक की थी|

इसके बावजूद भारत यूक्रैन को बचाने के लिए रशिया पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल नहीं कर रहा है, यह आलोचना कुछ लोग कर रहें हैं| भारत ने ऐसे में अपनी भूमिका नहीं निभाई, इन शब्दों में अमरीका में स्थित कुछ भारतीय वंश के लोकप्रतिनिधियों ने निराशा व्यक्त की थी| लेकिन, भारत यूक्रैन मसले का हल निकालने के लिए कुछ भी नहीं कर रहा है, यह दावा विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने खारिज़ किया| भारत, इस संघर्ष को रोकने के लिए राजनीतिक स्तर पर बातचीत कर रहा है, यह भी श्रृंगला ने स्पष्ट किया|

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