पश्‍चिमी देशों के प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए रशियन बैंकों द्वारा चीन के ‘युआन’ का इस्तेमाल

russian-banks-china-yuan-3मास्को/बीजिंग – पश्‍चिमी देशों द्वारा लगाए गए सख्त प्रतिबंधों का प्रत्युत्तर देने के लिए रशिया ने अपना ध्यान चीन की ओर मोड़ा। पश्‍चिमी प्रतिबंधों ने सबसे ज्यादा नुकसान सहने वाली रशियन बैंकों ने चीन की ‘युआन’ मुद्रा का इस्तेमाल शुरू किया है। रशिया की प्रमुख बैंक ‘वीटीबी’ ने अपने ग्राहकों को युआन का इस्तेमाल करके खातों को शुरू करने का आवाहन किया है और इस पर आठ प्रतिशत व्याजदर देने का भी ऐलान किया। रशिया युआन का इस्तेमाल बढ़ा रही है और इसी बीच अमरीका और मित्रदेशों ने अब चीन पर भी दबाव ड़ालना शुरू किया है, यह दावा रशिया के वित्तमंत्रि एँतोन सिल्युनोव ने किया है।

रशिया-यूक्रैन युद्ध शुरू हुए दो हफ्तों से ज्यादा समय बीत चुका है और अमरीका एवं मित्रदेशों ने रशिया पर लगातार सख्त प्रतिबंध लगाना जारी रखा है। रशियन अर्थव्यवस्था की प्रमुख रीड़ माने जा रहे ईंधन क्षेत्र से वित्त, बैंकिंग, रक्षा, निवेश, अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी जैसे सभी क्षेत्रों को लक्ष्य किया गया है। रशिया को पीछे हटने के लिए मज़बूर करने के लिए प्रतिबंधों का आक्रामक हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका असर रशियन अर्थव्यवस्था पर होने लगा है।

russian-banks-china-yuan-2‘पश्‍चिमी देशों ने रशिया के खिलाफ आर्थिक युद्ध शुरू किया है। इससे रशिया की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुँचा है और इसके भविष्य का अनुमान लगाना कठिन है’, यह कबूली भी रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने दी थी। पश्‍चिमी देशों के इस आर्थिक युद्ध का मुकाबला करने के लिए रशिया ने अपने मित्रदेश चीन की ओर अपना रुख किया है।

पिछले १० से १५ वर्षों में रशिया ने चीन के साथ अपना सहयोग अधिकाधिक बढ़ाने पर जोर दिया था। इसके लिए ईंधनक्षेत्र के साथ व्यापार, मुद्रा एवं निवेश क्षेत्र के बड़े समझौते भी किए गए थे। इन समझौतों की वजह से रशिया को चीन का युआन आसानी से उपलब्ध हो रहा है और रशियन बैंकों ने इसका इस्तेमाल काफी हद तक बढ़ाया है। रशिया के वित्त मंत्रालय ने एवं सेंट्रल बैंक ने भी युआन में कारोबार करने पर जोर देना शुरू किया है।

russian-banks-china-yuan-1रशिया की विदेशी मुद्रा भंड़ार में १२ प्रतिशत से अधिक हिस्सा युआन का है। रशिया के ६४० अरब डॉलर्स के विदेशी मुद्रा भंड़ार के १४० अरब डॉलर्स चीन में होने की बात कही जा रही है। पश्‍चिमी देशों के प्रतिबंधों की पृष्ठभूमि पर रशिया इसका इस्तेमाल करेगी, यह माना जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए अमरीका और मित्रदेशों ने चीन को धमकाने की बात सामने आयी है। रशिया के वित्तमंत्री एंतोन सिल्युनोव ने यह जानकारी साझा की।

‘रशिया का सोना और विदेशी मुद्रा भंड़ार का कुछ हिस्सा चीनी चलन युआन में है। इसका इस्तेमाल करना रशिया को मुमकिन ना हो, इसके लिए पश्‍चिमी देश चीन पर दबाव डाल रहे हैं। रशिया के साथ कारोबार घटाएं, यह सलाह भी चीन को दी गई है। आरक्षित मुद्रा भंड़ार का इस्तेमाल रोकने के मुद्दे पर भी दबाव डाला जा रहा हैं’ यह आरोप रशियन वित्तमंत्री ने लगाया। लेकिन, रशिया और चीन का सहयोग और भागीदारी मज़बूत हैं और पश्‍चिमी देशों की धमकियों का असर नहीं होगा, यह विश्‍वास भी सिल्युनोव ने व्यक्त किया।

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