पाकिस्तान का युद्धविराम तोड़ने की ‘तेहरिक’ की धमकी

इस्लामाबाद – पाकिस्तान के संविधान और संसद के दायरे में ही ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ से चर्चा होगी। साथ ही हथियार नीचे रखकर ‘तेहरिक’ को पाकिस्तान से बातचीत करनी होगी, ऐसा ऐलान पाकिस्तान के अंदरुनि सुरक्षा मंत्री राणा सनाउल्ला ने किया था। लेकिन, तेहरिक ने पाकिस्तान के मंत्री का मज़ाक उडाकर इस देश को दहलानेवाली नई चेतावनी दी है। यदि, तेहरिक की माँगे मंजूरी नहीं की जाती तो, पाकिस्तान का युद्धविराम खत्म होगा और पूरे पाकिस्तान में हमारी माँगों के लिए रक्तपात के लिए तेहरिक के मुजाहिद्दीन सक्रीय हो जाएँगे, ऐसी धमकी इस संगठन ने दी है।

युद्धविरामअफ़गानिस्तान में तालिबान की हुकूमत स्थापित होने के बाद पाकिस्तान में तालिबान की शाखा समझे जा रहे ‘तेहरिक’ के आतंकियों ने पाकिस्तान में अपनी गतिविधियाँ बढ़ाई थीं। अफ़गानिस्तान पर तालिबान ने कब्ज़ा किया, वैसा ही संघर्ष करके हम पाकिस्तान पर कब्ज़ा करेंगे, ऐसे दावे तेहरिक ने किए थे। तेहरिक की आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए पाकिस्तान ने इस आतंकी संगठन के साथ बातचीत शुरू की। इसे कुछ समय तक सफलता प्राप्त हुई और तेहरिक ने पाकिस्तानी सेना के साथ युद्धविराम का ऐलान किया।

यह युद्धविराम स्थायी नहीं बल्कि थोड़े समय के लिए होने का इशारा तेहरिक पाकिस्तान को दे रही है। रक्तपात से बचना हो तो पाकिस्तान तेहरिक के प्रभाव के इलाकों में तेहरिक की उम्मीद के अनुसार कानून लागू करे, ऐसी माँग इस आतंकी संगठन ने पाकिस्तान के सामने रखी है। साथ ही पाकिस्तान के ‘फेडरली एडमिनिस्ट्रेटेड ट्रायबल एरिया’ (फाटा) प्रांत का खैबर पख्तूनख्वा में लिया विलयन रद्द करने की माँग भी तेहरिक ने पाकिस्तान की सरकार के सामने रखी है।

युद्धविरामतेहरिक की इन दोनों माँगों को स्वीकारा नहीं जा सकता। पाकिस्तान के संविधान के दायरे में ही तेहरिक को चर्चा करनी पडेगी। साथ ही पाकिस्तानी संसद ने बनाए कानून को तेहरिक चुनौती नहीं दे सकती, ऐसी चेतावनी अंदरुनि सुरक्षा मंत्री राणा सनाउल्ला ने दी है। इस वजह से पाकिस्तान और तेहरिक की बातचीत नाकाम होगी, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं। यह बातचीत सफल करने के लिए अफ़गानिस्तान के तालिबानी हक्कानी गुट के नेता जोरदार कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, फिलहाल उन्हें इस मोर्चे पर सफलता प्राप्त नहीं हुई है। बल्कि, तेहरिक अधिक आक्रामक हुई है और पूरे पाकिस्तान में हमारे मुजाहिद्दीन नए संघर्ष के लिए तैयार हैं, यह इशारा तेहरिक ने दिया।

तेहरिक के आतंकियों ने पहले पाकिस्तान में काफी रक्तपात किया था। इस वजह से इस आतंकी संगठन से प्राप्त हुई नई धमकी पर पाकिस्तान के माध्यम चिंता जता रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग यह माँग कर रहे हैं कि, पाकिस्तान की सरकार तेहरिक के सामने झुककर अपनी कमज़ोरी ना दिखाए। लेकिन, तेहरिक ने हमें हथियार छोड़कर शरणागती स्वीकारने की आदत नहीं है, ऐसा कहकर पाकिस्तानी सेना की मर्यादा दिखाई है। सीधे ज़िक्र किए बिना तेहरिक अब पाकिस्तान की सेना ने १९७१ के युद्ध में भारतीय सेना के सामने घुटने टेके थे, इसकी याद पाकिस्तान को दिलाती हुई दिख रही है। ऐसी कमजोर सेना हमारे सामने टिक नहीं सकेगी, यही संदेश तेहरिक पाकिस्तान को दे रही है।

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