अज़रबैजान ने इस्रायल में दूतावास शुरू किया

तेल अवीव – ‘इस्रायल और अज़रबैजान की सुरक्षा को सिर्फ ईरान इस एक ही शत्रु से खतरा बना है। ईरान को परमाणु अस्त्र प्राप्त करने से रोकने के लिए इस्रायल और अज़रबैजान को एकजूट करनी होगी’, ऐसा बयान इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने किया है। खास इस्रायल के दौरे पर पहुंचे अज़रबैजान के विदेश मंत्री जेहून बेरामोव से चर्चा करने के बाद इस्रायल के विदेश मंत्री ने ईरान के खिलाफ अज़रबैजान के सहयोग की उम्मीद जतायी। विदेश मंत्री बेरामोव की मौजूदगी में अज़रबैजान ने इस्रायल के तेल अवीव शहर में दूतावास शुरू किया। इस्रायल में दूतावास शुरू करनेवाला अज़रबैजान पहला शियापंथी देश होने का बयान इस्रायली माध्यम कर रहे हैं। 

इस्रायल में दूतावासकिसी समय सोवियत रशिया का हिस्सा रहा अज़रबैजान मध्य एशिया का ईंधन समृद्ध देश हैं। सोवियत रशिया के टूकड़े होने के बाद साल १९९१ में अज़रबैजान स्वतंत्र देश के तौर पर स्थापीत हुआ। अज़रबैजान को स्वीकृति देनेवाले पहले चुनिंदा देशों में इस्रायल का समावेश था। अगले ही वर्ष साल १९९२ मं इस्रायल ने अज़रबैजान की राजधानी बाकू में अपना दूतावास शुरू किया था। रशिया एवं ईरान से जुड़ी सीमा के अज़रबैजान की सामरिक अहमियत पर गौर करके इस्रायल ने इस मध्य एशियाई देश से मित्रता बढ़ाई इस वजह से इस्रायल और अज़रबैजान के बीच व्यापारी एवं सैन्य सहयोग स्थापीत हुआ।

इस्रायल की ११४ कंपनियां फिलहाल अज़रबैजान में कार्यत हैं। इस्रायल अपने लिए आवश्यक ३० प्रतिशत ईंधन की आयात अज़रबैजान से करता है। साथ ही आर्मेनिया के संघर्ष में भी इस्रायल ने अज़रबैजान को सैन्य सहायता प्रदान की थी। आर्मेनिया एवं ईरान से जुड़ी सीमा पर तनाव होने की स्थिति में इस्रायल ने अज़रबजैन के साथ सैन्य अभ्यास किया था।

लेकिन, पिछले तीन दशकों से जारी सहयोग के बावजूद अज़रबैजान ने इस्रायल में अपना दूतावास शुरू नहीं किया था। लेकिन, बुधवार को विदेश मंत्री जेहून बेरामोव की मौजूदगी में इस्रायल के तेल अवीव में अज़रबैजान का दूतावास शुरू हुआ। इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने अज़रबैजान के इस निर्णय का स्वागत किया। साथ ही ‘ईरान से इस्रायल, अज़रबैजान के साथ ही क्षेत्रीय स्थिरता एवं सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। ईरान के खतरे को एक समान नज़रिये से देख रहे इस्रायल और अज़रबैजान का सैन्य सहयोग आनेवाले समय में अहम साबित होगा’, ऐसा विश्वास इस्रायल के विदेश मंत्री ने व्यक्त किया।

ईरान के साथ सीमा विवाद रखनेवाला अज़रबैजान इस्रायल को सैन्य अड्डे मुहैया करेगा, ऐसी खबरे कुछ दिन पहले प्राप्त हुई थी। ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमला करने के लिए इस्रायल अज़रबैजान के अड्डों का इस्तेमाल कर सकता हैं, ऐसा दावा इस्रायली माध्यमों ने किया था। इस्रायल ने आर्मेनिया विरोधी संघर्ष में किए सहायता के बदले में अज़रबैजान यह सहयोग प्रदान कर सकता है, ऐसा इन माध्यमों का कहना था। अज़रबैजान ने यह दावे ठुकराए थे। इसके बावजूद ईरान विरोधी कार्रवाईयों के लिए इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ ने अज़रबैजान का इस्तेमाल करने की जानकारी सामने आयी थी।

ऐसी स्थिति में इस्रायल में अज़रबैजान का दूतावास शुरू होना ईरान के लिए चेतावनी देता है, यह इस्रायली विश्लेषकों का विचार है। 

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