अमरिकी संसद की सभापति पेलोसी की आर्मेनिया यात्रा पर अज़रबैजान-तुर्की की आलोचना

बाकु/येरेवान – अमरिकी संसद के प्रतिनिधि सदन की सभापति नैन्सी पेलोसी की आर्मेनिया यात्रा और उन्होंने किए बयान कॉकेशस क्षेत्र की शांति में रोड़ा साबित होंगे, ऐसी आलोचना अज़रबैजान के विश्‍लेषकों ने की हैं। पेलोसी की यात्र और अमरिकी सहायता देने के बयान पर अज़रबैजान समेत तुर्की का तीव्र बयान सामने आया है। अज़रबैजान के विदेश मंत्रालय ने पेलोसी का बयान गुमराह करनेवाला होने का आरोप लगाया। इसी बीच तुर्की के उप-राष्ट्राध्यक्ष फुआत ऑक्तात ने सभापति के बयान क्या अमरीका की अधिकृत भूमिका हैं? इसका खुलासा हो, यह माँग की हैं। इसी बीच रविवार को आर्मेनिया में रशिया प्रायोजित ‘कलेक्टिव सिक्युरिटी ट्रिटी ऑर्गनाइजेशन’ (सीएसटीओ) गूट से बाहर होने के लिए प्रदर्शन होने की बात सामने आयी है।

अमरिकी संसद की सभापति पेलोसी ने रविवार को आर्मेनिया की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने नया संघर्ष अज़रबैजान ने किए हमलों के कारण छिड़ा हैं और यह हमलें अवैध एवं घातक होने का आरोप लगाया। साथ ही आर्मेनिया की संप्रभुता को अमरीका का पूरा समर्थन हैं और इस देश की सुरक्षा के लिए आवश्‍यक सभी सहायता प्रदान करने के लिए अमरीका प्रतिबद्ध हैं, ऐसी गवाही भी दी थी। आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच पिछले हफ्ते छिड़े संघर्ष की पृष्ठभूमि पर पेलोसी की यात्रा और उन्होंने किए बयानों ने ध्यान आकर्षित किया हैं।

पेलोसी के बयान पर अज़रबैजान और तुर्की का बयान सामने आया हैं। अज़रबैजान के विदेश मंत्रालय ने पेलोसी की आलोचना करनेवाला निवेदन जारी किया। ‘पेलोसी ने आर्मेनिया यात्रा के दौरान किए बयान गुमराह करनेवाले हैं और खेदजनक हैं। सभापति पेलोसी ने अज़रबैजान पर लगाए आरोपों में तथ्य नहीं हैं और अस्वीकारार्ह हैं। पिछले हफ्ते हुए संघर्ष के लिए आर्मेनिया की सेना और राजनीतिक नेतृत्व ज़िम्मेदार हैं’, ऐसा अज़रबैजान ने जवाब मे कहा है। अज़रबैजान के विश्‍लेषकों ने भी पेलोसी की तीव्र आलोचना की हैं और उनके बयानों से कॉकेशन क्षेत्र की शांति के लिए खतरा बना होने की चेतावनी भी दी है।

आर्मेनिया-अज़रबैजान संघर्ष में अज़रबैजान के समर्थन में खड़े तुर्की ने भी पेलोसी के बयान पर नाराज़गी व्यक्त की है। ‘आर्मेनिया-अज़रबैजान संघर्ष पर सभापति पेलोसी ने किए बयान पक्षपाती हैं। उनके बयान की वजह से राजनीतिक प्रक्रिया को नुकसान पहुँचने की संभावना हैं और यह बात अस्वीकारार्ह हैं’, ऐसा आरोप तुर्की के उप-राष्ट्राध्यक्ष फुआत ऑक्तात ने लगाया। पेलोसी के बयान अमरीका की अधिकृत भूमिका है क्या, इसपर अमरीका खुलासा करें, यह माँग भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने रखी।

इसी बीच रविवार को आर्मेनिया की राजधानी येरेवान में जोरदार प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों में आर्मेनिया रशिया प्रायोजित ‘सीएसटीओ’ गुट से बाहर निकले, ऐसें नारे लगाए गए। रशिया ने अज़रबैजान के विरोध में हुए संघर्ष के दौरान आर्मेनिया को उचित सहायता और समर्थन नहीं दिया, ऐसें दावे माध्यम कर रहे हैं। आर्मेनिया के कुछ नेताओं ने भी इस मुद्दे पर बयान किए थे। अमरिकी सभापति पेलोसी ने भी रशिया और आर्मेनिया का सहयोग आगे के समय में किस तरह से आगे बढ़ता हैं, इसपर अमरीका की नज़रें होंगे, ऐसा सूचक बयान किया था। इस पृष्ठभूमि पर राजधानी येरेवान के प्रदर्शन ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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