चीन-अर्जेंटिना परमाणु सहयोग पर अमरिका ने जताई कडी आपत्ति

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरब्यूनस आयर्स/बीजिंग – चीन से अर्जेंटीना में निर्माण होनेवाले संभाव्य परमाणु प्रकल्प पर अमरिका ने जोरदार आक्षेप लेने की जानकारी सामने आ रही है| अमरिका ने जताई नाराजगी की पृष्ठभूमि पर अर्जेंटीना ने चीन ने परमाणु प्रकल्प पर अंतिम समझौता करने से बचना शुरू किया है और इस बारे में चर्चा करने के लिए चीन का प्रतिनिधिमंडल अर्जेंटीना में जल्द ही दाखिल होनेवाले हैं| अर्जेंटीना ने २०१५ वर्ष में चीन के साथ परमाणु ऊर्जा सहयोगी करार पर हस्ताक्षर किए थे|

अर्जेंटीना के राष्ट्राध्यक्ष मॉरिसीओ मैक्री ने चीन के बारे में कठोर धारणा का स्वीकार किया है और पहले रहे प्रशासन में हुए कई करारों पर पुनःविचार करने के संकेत दिए थे| चीन के साथ परमाणु सहयोगी करार भी उसी का भाग होकर मैक्री सरकार ने पिछले वर्ष में इसपर आगे चलकर ठोस कदम नहीं उठाए हैं|

चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने पिछले वर्ष में जी-२० परिषद के लिए अर्जेंटीना को भेंट दी थी| इस भेंट में परमाणु प्रकल्प के बारे में घोषणा होगी, ऐसा माना जा रहा था| पर सहयोग आगे शुरू रखने के प्रस्ताव के सिवाय कुछ भी नहीं हुआ है| जिनपिंग के भेंट के बाद अर्जेंटीना के वरिष्ठ अधिकारी ने चीन का दौरा किया था| उससे कुछ भी निष्फल नहीं हुआ है और अब चीन का प्रतिनिधिमंडल चर्चा के लिए अर्जेंटीना में आने की बात सामने आ रही है|

इस दौरान अर्जेंटीना की वित्त व्यवस्था में हुई गिरावट की वजह से यह देश अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से लगभग ५६ अरब डॉलर की वित्त सहायता स्वीकारने पर विवश हुआ है| इस सहायता के लिए अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने समर्थन दिया था| उस समय ट्रम्प ने राष्ट्राध्यक्ष मैक्री इनके नेतृत्व की प्रशंसा भी की थी| इस पृष्ठभूमि पर चीन एवं अर्जेंटीना में परमाणु करार में हो रही बाधा ध्यान केंद्रित करने वाली ठहरी है|

कुछ हफ्तों पहले अमरिकी अधिकारियों ने अर्जेंटीना, चीन ने निर्माण किए अंतरिक्ष संशोधन केंद्र के बारे में आक्षेप जताया था| चीन का यह केंद्र लष्करी उपयोग के लिए होने का आरोप अमरिकी अधिकारियों से किया गया था| उस समय अमरिका को अर्जेंटीना में चीन के बढ़ते निवेश के विषय में होनेवाली चिंता भी जताई गई थी|

चीन के लैटिन अमरिकी देशों के साथ बढ़ते सहयोग अमरिका के लिए हमेशा चिंता का मुद्दा ठहरे हैं और इस बारे में ट्रम्प प्रशासन ने पहले भी सरकार से अधिक आक्रामक भूमिका ली है| चीन के बढ़ते निवेश एवं हस्तक्षेप स्वीकारनेवाले लैटिन अमरिकी देशों को अमरिका से सहयोग नहीं मिलेगा, ऐसी स्पष्ट चेतावनी ट्रम्प प्रशासन से दी गई है| अर्जेंटीना में चीन का बड़ा निवेश है, फिर भी फिलहाल वर्तमान प्रशासन अमरिका से अच्छे सहयोग होनेवाले प्रशासन के तौर पर पहचाना जा रहा है|

जिसकी वजह से चीन से आर्जेंटीना में परमाणु प्रकल्प निर्माण करने के लिए शुरू गतिविधियां अमरिका की चेतावनी पर रोकने का दावा विश्‍लेषकों से किया जा रहा है|

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