अमरिका एवं उत्तर कोरिया में संवाद में चीन की बाधा- अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष का आरोप

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वॉशिंग्टन – अमरिका एवं चीन के दौरान व्यापारी मुद्दों पर शुरू संघर्ष के पृष्ठभूमि पर चीन उत्तर कोरिया पर बड़ा दबाव ला रहा है। उस समय चीन से उत्तर कोरिया को इंधन, रसायन एवं अन्य साधन के रुप में बड़ी तादाद में वित्तीय सहायता प्रदान हो रही है। यह बात अमरिका एवं उत्तर कोरिया के संबंध पहले की तरह होने की प्रक्रिया में बाधा निर्माण कर रहे हैं, ऐसा आरोप अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने किया है।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पिछले हफ्ते में उत्तर कोरिया के परमाणु शस्त्र मुक्ति कार्यक्रम के लिए चीन योग्य सहयोग न करने का आरोप करके अमरिकी विदेश मंत्री माइक पौम्पिओ का उत्तर कोरिया का दौरा रद्द किया था। उसके बाद ट्रम्प ने फिर एक बार चीन को लक्ष्य करने वाले विधान करके ध्यान केंद्रित किया था। उस समय चीन पर आलोचना करते हुए ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के हुकुमशाह किम जोंग उन की प्रशंसा की है। किम जोंग उन के साथ अपने संबंध अच्छे होने की बात कहकर दक्षिण कोरिया के साथ युद्धाभ्यास को स्थगिती देने की बात ट्रम्प ने घोषित की थी।

पिछले कई हफ्तों में संयुक्त राष्ट्रसंघ के साथ विविध गुट उत्तर कोरिया फिर से परमाणु कार्यक्रम को गति देने का दावा करने वाले रिपोर्ट प्रसिद्ध कर रहे थे। उसके बाद उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर अमरिका फिर से प्रतिबंध जारी करेगा, ऐसी आशंका भी जताई जा रही थी। विदेश मंत्री पौम्पिओ की भेंट रद्द करने के बाद अमरिका से उत्तर कोरिया के बारे में अधिक आक्रामक भूमिका लेने के संकेत दिए जा रहे थे। पर वास्तव में ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चीन पर निशाना साधते हुए उनका लक्ष चीन होने की बात दिखाई दे रही है।

ट्रम्प इनके विधान पर चीन से तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही है और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के विधान अर्थहीन एवं गैरजिम्मेदार होने का आरोप चीन से लगातार किया जा रहा है।

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