खाड़ी में चीन की घुसपैठ होने से अमरीका के हितसंबंधों को खतरा – अमरीका के ‘सेंटकॉम’ प्रमुख की चेतावनी

वॉशिंग्टन – ‘चीन काफी आक्रामकता से खाड़ी में अपने राजनीतिक, सैन्य और आर्थिक अतिक्रमण बढ़ा रहा हैं। इस क्षेत्र में चीन को घुसपैठ करने से पुरी तरह से रोकना हैं तो अमरीका ने खाड़ी के अपने मित्र देशों से शीघ्रता से सहयोग बढ़ाना होगा। नहीं तो अमरीका के हितसंबंधों के लिए खतरा होगा। चीन के साथ ही ईरान का खतरा भी बढ़ रहा हैं’, ऐसी चेतावनी अमरीका के ‘सेंट्रल कमांड’ (सेंटकॉम) के प्रमुख जनरल मायकल एरिक कुरिला ने दी। इस्रायल और अरब देशों के अब्राहम समझौते का विस्तार खाड़ी में चीन का प्रभाव रोक सकता हैं, इसपर भी जनरल कुरिला ने ध्यान आकर्षित किया। 

चीन की घुसपैठएक ही हफ्ते पहले चीन ने ईरान और सौदी अरब की करवाई ‘डील’ का बायडेन प्रशासन ने स्वागत किया हैं। लेकिन, अमरिकी सिनेट और सैन्य अधिकारी इसपर चिंता जता रहे हैं। खाड़ी में चीन की घुसपैठ होना अमरीका के लिए खतरा बन सकता हैं, ऐसा संदेश अमरीका के सिनेट की ‘आर्म्ड सर्विसेस कमिटी’ की बैठक से लगातार दो दिन दिया जा रहा हैं। खाड़ी में अमरीका के हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए स्थापीत ‘सेंट्रल कमांड’ के प्रमुख जनरल कुरिला ने भी चीन का खतरा रेखांकित किया है। 

अमरीका ने खाड़ी में किया निवेश, सहयोग और बनाए हितसंबंधों से चीन स्पर्धा कर रहा है, इसपर भी जनरल कुरिला ने ध्यान आकर्षित किया। चीन काफी आक्रामकता से और जानबुझकर खाड़ी में अपने राजनीतिक, सैन्य, आर्थिक और जानकारी का जाल फैला रहा हैं, इसका अहसास सेंटकॉम के प्रमुख ने कराया है। इसके लिए अमरीका ने खाड़ी देशों को सैन्य सहायता मुहैया करने में की हुई देरी ज़िम्मेदार है, ऐसा आरोप जनरल कुरिला ने लगाया। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अमरीका के हथियार चीनी हथियारों से यकिनन अच्छे होने का बयान जनरल कुरिला ने किया। 

लेकिन, अन्य मोर्चों पर चीन अमरीका को मात दे रहा हैं, ऐसा सेंटकॉम के प्रमुख ने कहा। अमरिकी प्रशासन के विभिन्न अनुमति, कांग्रेस की सुनवाई और निजी कंपनियों ने पारित करने के बाद खाड़ी देशों को सैन्य सहायता प्रदान होती है। इसके उल्टा खाड़ी देशों को सैन्य सहायता प्रदान करते हुए चीन को बाधाएं नहीं आती, ऐसा दावा जनरल कुरिला ने किया। पिछले दस सालों में चीन की खाड़ी देशों को हो रही हथियारों बिक्री ८० प्रतिशत बढ़ी हैं औ इसी दौरान अमरिकी हथियारों की बिक्री ३० प्रतिशत कम होने के मुद्दे पर जनरल कुरिला ने ध्यान आकर्षित किया।

ईरान-सौदी ‘डील’ के बाद खाड़ी देशों में चीन की घुसपैठ बढ़ सकती हैं। इससे पहले ही अमरिकी कांग्रेस अपनी नीति में बदलाव करें, ऐसा सुझाव सेंटकॉम के प्रमुख ने दिया है। खाड़ी में मित्र देशों के साथ सैन्य सहयोग करना गतिमान किया तो चीन को रोकना आसान होगा। नहीं तो इस्रायल और खाड़ी देशों के अब्राहम समझौते के ज़रिये खाड़ी देशों को हवाई और मिसाइल यंत्रणा से जोड़ने की योजना से भी मसले का हल निकलेगा। इससे पहले अब्राहम समझौते का विस्तार किया तो चीन का प्रभाव रोकना मुमकिन होगा, ऐसा सेंटकॉम के प्रमुख ने सुचित किया है।

इसी बीच, ईरान-सौदी ‘डील’ की वजह से खाड़ी में अमरीका के हितसंबंधों के साथ ही इस्रायल-अरब देशों के अब्राहम समझौते के लिए भी खतरा होने का इशारा अमरिकी सैन्य अधिकारी और विश्लेषक पिछले कुछ दिनों से दे रहे हैं। इस डील की वजह से ईरान अधिक साहसी होगा, ऐसा अमरिकी विश्लेषक आगाह कर रहे हैं। 

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