यूक्रैन युद्ध से ताल्लुकात ना रखनेवाला चीन अमरीका के प्रतिबंधों को आकर्षित नहीं करेगा – चीन के विदेशमंत्री वैंग ई

ukraine-war-china-sanctions-2बीजिंग/रोम/वॉशिंग्टन – रशिया-यूक्रैन युद्ध में चीन शामिल नहीं हुआ है, इसलिए इस युद्ध को लेकर चीन को लक्ष्य करके प्रतिबंध ना लगाएँ, ऐसा आवाहन चीन के विदेशमंत्री वैंग ई ने किया| अमरीका और यूरोपिय देशों ने चीन पर रशिया को सहायता प्रदान ना करने के मुद्दे पर दबाव ड़ालने की कोशिश शुरू की है| इसी के हिस्से के तौर पर अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने सोमवार को चीन के वरिष्ठ नेता यांग जिएची ने रोम में मुलाकात की| इस दौरान अमरीका ने रशिया के साथ सहयोग के बारे में चीन को इशारा देने का वृत्त सामने आया है| इस पृष्ठभूमि पर चीन के विदेशमंत्री का यह बयान ध्यान आकर्षित कर रहा है|

ukraine-war-china-sanctions-1रशिया ने यूक्रैन पर हमला करने के बाद अमरीका, यूरोप एवं मित्रदेशों ने रशिया पर जोरदार एवं बड़े सख्त प्रतिबंध लगाए हैं| इन प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए रशिया ने विभिन्न विकल्पों का इस्तेमाल शुरू किया है और चीन का सहयोग इसमें सबसे अहम विकल्प होने की बात कही जा रही है| पिछले महीने ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने चीन का दौरा करके राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग से मुलाकात की थी| इस दौरान दोनों देशों के सहयोग को नई उंचाई प्रदान करने पर सहमति होने का ऐलान किया गया था| तथा, रशिया और चीन के बीच ईंधन समेत अन्य क्षेत्र के समझौते भी किए गए थे|

इस पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए पश्‍चिमी देशों ने लगाए प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए चीन हमें सहायता करेगा, यह विश्‍वास रशिया को है| रशियन बैंक और अन्य कंपनियों ने चीन के युआन चलन में कारोबार करना शुरू किया है| रशिया के विदेशी मुद्रा भंड़ार का बड़ा हिस्सा चीन में निवेश किया गया है| पश्‍चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों में ५० प्रतिशत विदेशी मुद्रा फंसने से रशिया के लिए चीन का हिस्सा काफी अहमियत रखता है| चीन से प्राप्त हो रही सहायता के जोर पर रशिया प्रतिबंधों का सामना करेगी, इसकी कल्पना पहले से होने से अमरीका और यूरोप चीन पर दबाव बढ़ाने की गतिविधियॉं कर रहे हैं|

ukraine-war-china-sanctions-3अमरीका ने पिछले कुछ दिनों में इसी मुद्दे पर चीन को लगातार इशारे दिए थे| लेकिन, चीन ने इसका संज्ञान ना लेने के दावे किए जा रहे हैं| परंतु, रोम में हुई चर्चा और चीन के विदेशमंत्री का बयान इसे काट रहा है| रोम में चर्चा के दौरान अमरीका ने चीन-रशिया सहयोग को लेकर तीव्र चिंता जताई और यह इशारा भी दिया कि, चीन को इसके परिणाम भुगतने पडेंगे| इसके प्रत्युत्तर में चीन ने अमरीका को ‘ताइवान’ के मुद्दे पर हमें लक्ष्य करना बंद करें, यह इशारा दिया|

चीन की अर्थव्यवस्था को पिछले साल से लगातार झटके लग रहे हैं और आर्थिक विकास दर में गिरावट होने के संकेत मिल रहे हैं| यह गिरावट राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है| जिनपिंग का नेतृत्व और चीनी जनता में उनकी  प्रतिमा को अर्थव्यवस्था की गिरावट से झटका लग सकता है| रशिया को किए जा रहे सहयोग की वजह से नए प्रतिबंधों का सामना करना पडा तो चीन की अर्थव्यवस्था को अधिक नुकसान सहना पड़ सकता है| इससे बचने के लिए चीन को भारी कोशिश करनी होगी| इसे ध्यान में रखते हुए चीन के विदेशमंत्री ने रशिया-यूक्रैन युद्ध में हमारा देश शामिल नहीं है और हमारे खिलाफ प्रतिबंध भी ना लगाएँ, यह मॉंग की है| 

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