रशिया पर लगाए कड़े प्रतिबंधों के बाद चीन की युक्रेन के साथ चर्चा

बीजिंग – बुधवार को चीन के विदेश मंत्री वँग ई ने युक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा के साथ चर्चा की। पिछले कुछ दिनों से जारी संघर्ष में बेगुनाह नागरिकों की मृत्यु होने के बाद तीव्र चिंता चीन के विदेश मंत्री ने जाहिर की। अमरीका और युरोपीय देशों ने रशिया पर लगाए कड़े आर्थिक प्रतिबंध और ‘स्विफ्ट’ से निष्कासित करने के कारण रशियन अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुँचेगा, ऐसा दावा पश्चिमी विश्लेषक कर रहे हैं । रशिया के साथ बड़े पैमाने पर व्यापारी सहयोग होनेवाले चीन को भी इसके झटके महसूस होंगे, ऐसा विश्लेषकों का कहना है। इस पृष्ठभूमि पर चीन ने युक्रेन से संपर्क किया दिखाई दे रहा है।

china-ukraine-talksदो ही दिन पहले संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में भारत, युएई समेत चीन ने रशिया विरोधी मतदान में सहभागी होना टाला था। उसके बाद अमरीका, युरोपीय देश तथा कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर इन देशों ने रशिया पर सख्त प्रतिबंध घोषित किए। अमरीका और युरोपीय देशों ने रशियन विमान तथा जहाज़ों को अपने हवाई तथा सागरी क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नकारी है। उसी के साथ रशियन भाषा के इस्तेमाल पर भी पाबंदी लगाई है। अमरीका और युरोपीय देशों के बैंक्स तथा वित्त संस्थाओं के साथ जोड़ी गई स्विफ्ट यंत्रणा का इस्तेमाल रशिया में करने पर भी पश्चिमी देशों ने पाबंदी लगाई।

इन सख्त प्रतिबंधों का असर रशिया पर होगा, ऐसा दावा रशिया के विश्लेषक ही कर रहे हैं। इससे रशिया आर्थिक दृष्टि से दुनिया से कट गया होकर, रशिया के लष्करी सामर्थ्य पर इसका असर होगा, ऐसे दावे युरोप के माध्यम करने लगे हैं। रशिया के साथ सहयोग करनेवाले मित्र और सहयोगी देशों को भी इन प्रतिबंधों का झटका लगेगा, ऐसा जागतिक विश्लेषकों का कहना है। रशिया से बड़े पैमाने पर ईंधन और नैसर्गिक गैस की खरीद करने वाले चीन को इसका जबरदस्त झटका लगेगा, ऐसा कुछ विश्लेषकों का कहना है।

साथ ही, रशिया-युक्रेन संघर्ष की वजह से चीन के हितसंबंध भी बाधित होने का दावा ब्रिटेन के माध्यम कर रहे हैं। चीन के बेल्ट अँड रोड प्रोजेक्ट का अहम चरण युक्रेन से होकर जाता है। चीन को युरोप के साथ जोड़नेवाला रेलवे मार्ग युक्रेन से ही प्रवास करता है। ऐसी परिस्थिति में, यह संघर्ष भड़कने के कारण चीन को इस प्रोजेक्ट का बड़ा नुकसान होने की बात ब्रिटिश माध्यमों ने कही है। इन सारी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर, चीन के विदेश मंत्री वँग ई ने युक्रेन के विदेश मंत्री के साथ फोन पर चर्चा करके,  रशिया की ओर पीठ फेरने की शुरुआत की है, ऐसा दावा अमरीका के माध्यम कर रहे हैं।

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