ब्रिटेन की ‘डिफेन्स अकेडमी’ पर बड़ा सायबर हमला होने का दावा

britain-defence-academy-cyberattack-2लंदन – ब्रिटेन के रक्षा विभाग का प्रमुख हिस्सा ‘डिफेन्स अकेडमी’ पर बड़ा सायबर हमला होने की बात स्पष्ट हुई है। ब्रिटेन के पूर्व सैन्य अधिकारी एयरमार्शल एडवर्ड स्ट्रिंगर ने इसकी पुष्टि की। वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने सायबर हमले की पुष्टि करने का यह पहला अवसर होने की बात कही जा रही है। यह सायबर हमला चीन, रशिया, उत्तर कोरिया या ईरान ने किया होगा, यह दावा स्ट्रिंगर ने किया है।

ब्रिटेन के सैन्य अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाली ‘डिफेन्स अकेडमी’ पर सायबर हमला होने की बात पिछले वर्ष स्पष्ट हुई थी। अकेडमी के कॉम्प्युटर नेटवर्क की ज़िम्मेदारी संभाल रही ‘सर्को’ कंपनी को सबसे पहले सायबर हमले की जानकारी प्राप्त हुई। इसके बाद अकेडमी के वरिष्ठ अफसरों को एवं रक्षा विभाग को शीघ्र ही इसकी जानकारी प्रदान की गई। सायबर हमला पूरी तरह से सफल नहीं हुआ लेकिन, इस हमले की वजह से अकेडमी के नेटवर्क का काफी गंभीर और बड़ा नुकसान होने की बात पूर्व अधिकारी एयरमार्शल एडवर्ड स्ट्रिंगर ने स्पष्ट की।

britain-defence-academy-cyberattack-1सायबर हमला करनेवाले हैकर्स ने ब्रिटेन के रक्षा विभाग के नेटवर्क में प्रवेश करने के लिए ‘बैकडोर चैनल’ के तौर पर अकेडमी के नेवटर्क का इस्तेमाल करने की आशंका है, यह भी स्ट्रिंगर ने ब्रिटीश समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान कहा। हमले की वजह से अकेडमी के नेटवर्क का भारी नुकसान हुआ है और वेबसाईट नए से तैयार की जा रही है, यह भी स्ट्रिंगर ने इस दौरान कहा। ब्रिटेन की गुप्तचर यंत्रणा का हिस्सा होनेवाले ‘द नैशनल सायबर सिक्युरिटी सेंटर’ को भी इस हमले की जानकारी दी गई थी, ऐसा पूर्व अधिकारी ने कहा।

‘डिफेन्स अकेडमी’ पर हुआ सायबर हमला ‘ग्रे ज़ोन अटैक’ था, यह जानकारी भी स्ट्रिंगर ने प्रदान की। ‘ग्रे ज़ोन अटैक’ को युद्ध से एक स्तर नीचे के हमले के तौर पर माना जाता है। इससे पहले ब्रिटेन पर हुए सायबर हमलों के पीछे रशिया और चीन का हाथ होने की जानकारी सामने आयी थी। बढ़ते सायबर हमलों का सामना करने के लिए ब्रिटेन ने ‘सायबर फोर्स’ का निर्माण किया है और सायबरवेपन्स विकसित करने के भी संकेत दिए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.