नाटो के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता नकारना घातक साबित होगा – राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का दावा

वॉशिंग्टन – रशिया से युद्ध करने के लिए यूक्रेन के लिए ६० अरब डॉलर की अतिरिक्त सहायता मंजूर करने का आवाहन राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ने अमेरिकी संसद से किया है। यह सहायता रोक रहें रशिया राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का समर्थन कर रहे हैं, ऐसी आलोचना भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने की। साथ ही अमेरिका के नाटो सहयोगियों पर आरोप लगा रहे राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कड़ी आलोचना की है। नाटो यानी अमेरिका के लिए पवित्र प्रतिबद्धता का है, इसे नकारना घातक और अमेरिका विरोधी होने का दावा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया।

नाटो के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता नकारना घातक साबित होगा - राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का दावारशिया विरोधी युद्ध में यूक्रेन पराजित हो रहा हैं। कुछ भी हो, यूक्रेन यह युद्ध जीत नहीं सकता। इस वजह से हार निर्धारित होने वाले इस युद्ध में यूक्रेन को अरबों डॉलर की सहायता प्रदान करके अमेरिका पुख्ता क्या हासिल कर रही है, ऐसा सवाल अमेरिका के विपक्षी नेता कर रहे हैं। नामांकित उद्यमी एलॉन मस्क ने भी यह अहसास कराया है कि, इस युद्ध के लिए यूक्रेन को अमेरिका ने अरबों डॉलर सहायता में प्रदान करने के बावजूद कुछ भी हासिल नहीं होगा। पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इसी मुद्दे पर बायडेन प्रशासन की नीति की कड़ी आलोचना की थी। इसके अलावा अमेरिका के नाटो सहयोगियों को भी ट्रnatoम्प ने फटकार लगाई थी। नाटो के अन्य सदस्य देश अपनी ही रक्षा के लिए आवश्यक खर्च करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो उनकी सुरक्षा करने के बजाय उनको जो भी करना हैं वह करने के लिए रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन को प्रोत्साहित करना चाहिये, ऐसा बयान ट्रम्प ने किया था।

नाटो के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता नकारना घातक साबित होगा - राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का दावाअपने चुनावी प्रचार के दौरान ट्रम्प ने किए इस बयान की गूंज यूरोप में सुनाई पड़ी थी। चुनाव में जीत हासिल करके ट्रम्प यदि फिर से राष्ट्राध्यक्ष बनते हैं तो वह नाटो सदस्य देशों को बेसहारा छोड़ देंगे, ही संदेश इससे सबको प्राप्त होने की आलोचना शुरू हुई थी। अमेरिका में भी कुछ लोगों ने ट्रम्प के इस बयान पर नाराज़गी जताई है। इस मुद्दे पर बोलते हुए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने नाटो यानी अमेरिका के लिए पवित्र प्रतिबद्धता होने का दावा किया। साथ ही इसे ठुकराना अमेरिका के लिए घातक साबित होगा, ऐसा इशारा बायडेन ने दिया है।

यूक्रेन की सुरक्षा के लिए अमेरिका ने पहल करनी होगी और इसके लिए अमेरिकी संसद ६० अरब डॉलर का निधि मंजूर करें, ऐसा आवाहन भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इस अवसर पर किया है। अमेरिका की जूबान की अहमियत काफी बड़ी होती है। प्रतिबद्धता निभाना अमेरिका की परंपरा है, यह कहकर नाटो संबंधित प्रतिबद्धता को भार के तौर पर देख रहे डोनाल्ड ट्रम्प की राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने आलोचना की। वहीं, दूसरी ओर रशिया विरोधी युद्ध के लिए यूक्रेन को बड़ी सहायता कर रहे राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और उनका प्रशासन विश्व में अमेरिका के अन्य सहयोगी देशों को अनदेखा कर रही हैं, ऐसी आलोचना उनके विरोधी कर रहे हैं। इस वजह से पूरे विश्व में मौजूद अमेरिका के हितसंबंधों के लिए खतरा होने का अहसास बायडेन के विरोधी दिला रहे हैं।

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