‘रेड सी’ में स्थापित अमेरिका के नौसैनिक गठबंधन से फ्रान्स, इटली और स्पेन पीछे हटें

माद्रिद – ‘रेड सी’ के क्षेत्र से गुजर रहें विदेशी मालवाहक जहाजों पर हमले कर रहे येमन के हौथी आतंकवादियों के विरोध में अमेरिका ने हाल ही में नौसैनिक गठबंधन बनाने का ऐलान किया था। इस गठबंधन से अमेरिका के मित्र देशों ने ही पीछे हटना शुरू किया है। फ्रान्स, इटली और स्पेन ने इस समुद्री क्षेत्र में अमेरिका के नेतृत्व में शुरू अभियान में शामिल न होने का ऐलान किया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने रेड सी के नौसैनिक गठबंधन का हिस्सा होने के लिए अपना विध्वंसक रवाना करने से इनकार किया है। सौदी अरब और यूएई इन अरब मित्र देशों ने भी अमेरिका के नौसैनिक गठबंधन से दूर रहने की नीति अपनाई हैं। इस वजह से राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को मित्र देश गंभीरता से नहीं देखते, यही चर्चा अमेरिका में शुरू हुई है।

येमन के हौथी आतंकवादियों ने रेड सी के क्षेत्र में विदेशी ईंधन और मालवाहक जहाजों पर सुरू किए हमलों की वजह से इस समुद्री क्षेत्र से हो रहा व्यापार बाधित हुआ है। पांच से छह अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने रेड सी व्यापारिक यातायात के लिए रेड सी का इस्तेमाल करना बंद किया है। इसका सीधा असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन की कीमत पर होता पिछले हफ्ते ही देखा गया था। हौथी के आतंकवादियों के रेड सी में शुरू यह हमले जारी रहे तो ईंधन की कीमत में भारी उछाल होगा और साथ ही पूरे विश्व में महंगाई चरम स्तर तक उचलेगी, ऐसी चेतावनी अमेरिका के विश्लेषकों ने दी थी। ‘रेड सी’ में स्थापित अमेरिका के नौसैनिक गठबंधन से फ्रान्स, इटली और स्पेन पीछे हटेंअमेरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने रेड सी की समुद्री यातायात की सुरक्षा के लिए ‘ऑपरेशन प्रॉस्परिटी गार्डियन’ नामक नौसैनिक गठबंधन का ऐलान किया था।

अमेरिका के नेतृत्व में शुरू इस नौसैनिक अभियान में २० देश शामिल होने की जानकारी पेंटॅगॉन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट राइडर ने माध्यमों से साझा की। इस गठबंधन की वजह से रेड सी में अंतरराष्ट्रीय समुद्री यातायात सुरक्षित होगी, ऐसा दावा पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ने किया है। लेकिन, इस नौसैनिक गठबंधन में शामिल देशों के नाम साझा करना पेंटॅगॉन ने टाल दिया था। लेकिन, यूरोप, खाड़ी में स्थित अमेरिका के मित्र देश ही इस गठबंधन से दूर रह रहे हैं और यह देश अमेरिका का नेतृत्व स्वीकार ने के लिए तैयार नहीं हैं, यह भी अब सामने आ रहा है। यूरोपिय मित्र देशों ने राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने पीठ दिखाने की चर्चा ही अमेरिकी एवं ब्रिटीश माध्यमों में शुरू हुई हैं।

फ्रान्स के रक्षा मंत्रालय ने ‘रेड सी’ की समुद्री यातायात की स्वतंत्रता को हमारा समर्थन होने का ऐलान किया है। इस क्षेत्र में हमारा विध्वंसक पहले से तैनात हैं। कुछ दिन पहले हौथी के हमलों को नाकाम करने के साथ विदेशी व्यापारी जहाज की रिहाई में फ्रेंच विध्वंसक ने अहम भूमिका निभाई थी, इसकी याद भी फ्रान्स के रक्षा मंत्रालय ने ताज़ा की है। लेकिन, अमेरिका का स्पष्ट ज़िक्र किए बिना हमारा विध्वंसक अन्य किसी भी देश के नेतृत्व के नीचे काम नहीं करेगा, ऐसा फ्रान्स के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है। इटली के रक्षा मंत्रालय ने भी हमारी विध्वंसक हमारे अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए तैनात करने की बात कहकर अमेरिकी नौसैनिक गठबंधन का हिस्सा नहीं होगा, यह स्पष्ट किया। वहीं, नाटो और यूरोपिय महासंघ के नेतृत्व के अलावा अन्य किसी भी एकतरफा अभियान में शामिल नहीं होंगे, यह घोषणा स्पेन के रक्षा मंत्रालय ने की है।

रेड सी में हौथी के आतंकवादियों के विरोध में नौसैनिक अभियान शुरू करने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अपना विध्वंसक रवाना करने का ऐलान किया था। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने इस मुद्दे से जुड़ी नई जानकारी साझा की। रेड सी में तैनाती करने के मुद्दे पर अमेरिका ने कुछ भी पुछा नहीं है, ऐसा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा। साथ ही रेड सी से अधिक साउथ चाइना सी और पैलेस्फिक महासागर के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के हितसंबंधों की सुरक्षा अहम हैं, यह कर प्रधानमंत्री अल्बानीज ने अमेरिकी नौसैनिक गुट में शामिल नहीं हो रहे हैं, यह स्पष्ट किया। यूरोप के नेदरलैण्डस्‌‍, नॉर्वे और डेन्मार्क इन देशों ने भी बहरीन स्थित अमेरिका के ‘सेंट्रल कमांड’ के लिए अधिकारियों को रवाना करने की बात साझा की थी.

इसी बीच, ‘रेड सी’ के नौसैनिक अभियान को लेकर मित्रदेशों ने अमेरिका को पीठ दिखाई है, यह चर्चा अमेरिका में शुरू हुई है। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने विश्वासार्हता खो दी है और उनका नेतृत्व अमेरिका के मित्र देशों को स्वीकार नहीं हैं, ऐसी आलोचना सोशल मीडिया पर हो रही है। इसके लिए पिछले तीन सालों में अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अपनाई नीति ज़िम्मेदार होने का दावा किया जा रहा है।

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