चीन की आक्रामकता में गौरतलब वृद्धि होते समय लष्करप्रमुख जनरल नरवणे द्वारा लद्दाख में रक्षा सिद्धता का मुआयना

नई दिल्ली/लद्दाख – भारत और चीन के बीच का सीमा विवाद जब तक सुलझाया नहीं जाता कामा तब तक एलएसी पर दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने आती रहेंगी, ऐसी चेतावनी लष्करप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने दी थी। इसके दूसरे ही दिन लष्करप्रमुख लद्दाख में दाखिल हुए और उन्होंने यहाँ की रक्षा सिद्धता का मुआयना किया। एलएसी पर बढ़े तनाव के लिए भारत और चीन एक-दूसरे को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं, ऐसे में लष्करप्रमुख की यह लद्दाख भेंट गौरतलब साबित होती है।

रक्षा सिद्धताभारत और चीन की प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा पर बढ़े हुए तनाव के लिए भारत ही ज़िम्मेदार होने का ठीकरा चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने फोड़ा था। पत्रकार परिषद में बात करते समय चुनयिंग ने ऐसा दोषारोपण किया था कि भारतीय सेना ने चीन की सीमा में घुसपैठ की और यही दोनों देशों में बढ़े हुए तनाव का प्रमुख कारण है। वहीं, भारत में नियुक्त चीन के राजदूत सन वुईडाँग ने, क्वाड में भारत का सहभाग पंचशील की नीतियों का उल्लंघन साबित होता है, ऐसी नाराज़गी ज़ाहिर की थी। इससे चीन का वास्तविक दुखड़ा सामने आया है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमरीका दौरे में, क्वाड के नेताओं की पहली प्रत्यक्ष बैठक संपन्न हुई थी। उसके बाद चीन अलग-अलग मार्गों से नाराज़गी दर्ज़ करता दिख रहा है।

पिछले कुछ महीनों से चीन ने लद्दाख की एलएसी के पास तथा एलएसी के दूसरे भाग के नज़दीकी क्षेत्र में हज़ारों की संख्या में जवान तैनात करके यहाँ का तनाव बढ़ाया है। साथ ही, लद्दाख के पास के तिब्बत के भाग में ‘एस-400’ की तैनाती करके, चीन भारत पर लष्करी दबाव बढ़ाने की तैयारी में है। उसी के साथ, एलएसी के नज़दीकी विभाग में चीन ने अपने जवानों के लिए पक्का कंस्ट्रक्शन किया है। इसपर भारत ने कड़ी नजर रखी होकर, भारतीय सेना इसे प्रत्युत्तर देने की कार्रवाई कर रही है। साथ ही, चीन की गैर-जिम्मेदाराना हरकतों के कारण ही एलएसी पर तनाव बढ़ रहा होने की बात पर भारत ने गौर फरमाया है। इस पर बात करते समय चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने भारत पर दोषारोपण किए।

चीन ने भारत में नहीं, बल्कि भारतीय सेना ने चीन के भूभाग में घुसपैठ की होने का आरोप चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने किया। उसे भारत के विदेश मंत्रालय ने उत्तर दिया। एलएसी पर हजारों जवानों की तैनाती करके चीन यहाँ की यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है। इससे एलएसी पर शांति और सौहार्द बाधित होने का आरोप करके, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आलोचना की कि इन सबके लिए चीन ही कारणीभूत है। चीन कर रहे तैनाती को उत्तर देने के लिए भारत को भी कदम उठाने पड़ रहे हैं और इसीलिए भारत ने भी एलएसी पर तैनाती बढ़ाई है, ऐसा बागची ने आगे कहा।

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