इंटरपोल पर चीन के नियंत्रण को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता विरोध

इंटरपोललिऑन/बीजिंग – जागतिक स्तर की पुलिस संगठन ‘इंटरपोल’ की कार्यकारी समिती के लिए चीन के अधिकारी का उम्मीदवारी का ऐलान विवाद के घेरे में है| अतरराष्ट्रीय स्तर के सांसद एवं स्वयंसेवी गुटों ने चीनी अधिकारी की उम्मीदवारी को तीव्र विरोध जताया है| भूतकाल में चीन ने इंटरपोल का इस्तेमाल कम्युनिस्ट हुकूमत के विरोधी एवं धार्मिक अल्पसंख्यांक गुटों को लक्ष्य करने के लिए किया, यह आरोप सांसद, स्वयंसेवी गुट एवं विशेषज्ञों ने लगाया है| इससे संबंधित एक रपट भी हाल ही में जारी हुई थी|

चीन की अंदरुनि सुरक्षा का ज़िम्मा संभाल रही ‘मिनिस्ट्री ऑफ पब्लिक सिक्युरिटी’ के उप-प्रमुख हु बिन्चेन ने इंटरपोल की ‘एक्ज़िक्युटिव कमिटी’ की सदस्यता के लिए उम्मीदवारी का ऐलान किया है| अगले हफ्ते इंटरपोल की बैठक होगी और इस दौरान कमिटी के सदस्यों का चयन किया जाएगा| बिन्चेन का चयन होने पर चीन इंटरपोल का इस्तेमाल राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग एवं कम्युनिस्ट हुकूमत के विरोधियों पर कार्रवाई करने के लिए करेगा, ऐसे आरोप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने लगे हैं| बिन्चेन ने चीन में ज़िम्मेदारी संभालते समय की हुई कार्रवाईयों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया गया है|

इंटरपोलचीन की कार्रवाईयों के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए गठित की गई ‘इंटरपार्लमेंटरी अलायन्स ऑन चायना’ नामक प्रभावी गुट ने विश्‍व के प्रमुख देशों को खत लिखा है| इस पर २० देशों के ५० सांसदों के हस्ताक्षर हैं| ‘अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन पर पकड़ बनाने की चीन की कोशिश खतरे की घंटी है| चीन की शासक कम्युनिस्ट हुकूमत ने इंटरपोल की रेड़ कॉर्नर नोटिस का इस्तेमाल करके विदेश में मौजूद उइगरवंशियों को लक्ष्य किया था| बिन्चेन का चयन चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत को दबावनीति चलाने के लिए खुली अनुमति देने के संकेत होगी’, यह इशारा ‘इंटरपार्लमेंटरी अलायन्स ऑन चायना’ ने दिया है|

इंटरपोलइस गुट के अलावा मानव अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे विश्‍वभर के ४० प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भी स्वतंत्र निवेदन जारी किया है| ‘हु बिन्चेन का चयन चीन के नागरिक, हॉंगकॉंग की जनता, तिब्बती और उइगरवंशियों की सुरक्षा के लिए काफी गंभीर बात साबित होती है’, ऐसा इशारा इस निवेदन में दिया गया है| यह निवेदन विश्‍व के सभी देशों को भेजा गया है, यह भी बताया गया| ‘इंटरपार्लमेंटरी अलायन्स ऑन चायना’ का खत और मानव अधिकार कार्यकर्ताओं के निवेदन की पृष्ठभूमि पर ही ‘सेफगार्ड डिफेन्डर्स’ नामक गुट ने चीन इंटरपोल का गलत इस्तेमाल कर रहा है, यह बात स्पष्ट करनेवाली स्वतंत्र रपट भी जारी की है|

बीते दो दशकों में इंटरपोल की ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ के इस्तेमाल में १० प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है और इसमें चीन का हिस्सा बड़ा होने का बयान ‘सेफगार्ड डिफेन्डर्स’ ने किया है| राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने अपने विरोधियों को खत्म करने के लिए तैयार की हुई ‘फॉक्स हंट’ और ‘स्काय नेट’ जैसी मुहिमों के लिए इंटरपोल का इस्तेमाल करने की ओर भी इस रपट में ध्यान आकर्षित किया गया है| कुछ महीने पहले चीन ने सुरक्षा कानून में बदलाव करके ‘रेड कॉर्नर नोटीस’ की जानकारी सार्वजनिक करने से इन्कार किया है| साथ ही हॉंगकॉंग में लागू किया गया नया कानून और इसके इस्तेमाल की ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता होने का इशारा ‘सेफगार्ड डिफेन्डर्स’ ने दिया है|

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