अमरीका की चेतावनी के बावजूद भी पाक़िस्तान परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं करेगा

पाक़िस्तान के अर्थमंत्री की चेतावनी

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पाक़िस्तान के राष्ट्रीय कर्ज़े का बोज़ चाहे १०० ट्रिलियन डॉलर्स तक भी क्यों न जाये, हम परमाणुकार्यक्रम बंद नहीं करेंगे, ऐसी दर्पोक्ति पाकिस्तान के अर्थमंत्री ने की है। अर्थव्यवस्था दिवालियापन की दहलीज़ पर खड़ी होते हुए, पाकिस्तान के अर्थमंत्री के द्वारा की गयी यह घोषणा यानी अमरीका द्वारा ज़ाहिर की गयी चिंता का प्रत्युत्तर माना जा रहा है। अमरीका के रक्षाविभाग ने हाल ही में, पाक़िस्तान की बढ़ती हुई परमाणुअस्त्रक्षमता को लेकर गंभीर चिंता ज़ाहिर की थी। अमरीका के विदेशमंत्री जॉन केरी ने भी परमाणुअस्त्रों के मुद्दे पर पाक़िस्तान को खरी खरी सुनायी थी।

‘हमने परमाणुकार्यक्रम बंद करने के लिए शुरू नहीं किया है। परमाणुकार्यक्रम की सुरक्षा यह पाक़िस्तान पर रहनेवाली राष्ट्रीय ज़िम्मेदारी का ही हिस्सा है। परमाणुकार्यक्रम की ज़िम्मेदारी, पाक़िस्तान की सभी राजनीतिक पार्टियों पर समान रूप से है। देश पर रहनेवाले राष्ट्रीय कर्ज़े का बोज़ यदि १०० ट्रिलियन डॉलर्स पर भी गया, तो भी हम अपना परमाणुकार्यक्रम बंद नहीं करेंगे, ऐसा अर्थमंत्री इशाक़ दार ने ज़ोर देकर कहा।

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पाक़िस्तान के विदेश सल्लागार अज़ीज़ के साथ हुई चर्चा के दौरान केरी ने – ‘अमरीका तथा रशिया ने भी अपने पास की परमाणुअस्त्रों की राशियाँ कम की हैं’ इस बात की मिसाल देकर, पाक़िस्तान को भी इसकी ओर गंभीरतापूर्वक देखने के लिए ज़ोर देकर कहा था।

केरी की चेतावनी के बाद अमरीका के रक्षामंत्रालय ने भी, पाक़िस्तान की बढ़ती परमाणुअस्त्रराशियों पर चिंता ज़ाहिर की थी। ‘पाक़िस्तान के पास के परमाणुअस्त्रों की निरंतर बढ़ती रहनेवाली संख्या, यह अमरीका के लिए चिंता का विषय है। पाक़िस्तान की परमाणुअस्त्रों के विषय में रहनेवाली नीति भी चिंताजनक होकर, उनकी सुरक्षा का मुद्दा भी चिंता करनेलायक है’ इन शब्दों में अमरीका के ‘डिफ़ेन्स इंटेलिजन्स एजन्सी’ के प्रमुख लेफ़्टनंट जनरल व्हिन्सेंट स्टुअर्ट ने पाक़िस्तान के परमाणुअस्त्रों के प्रति चिंता ज़ाहिर की।

लेकिन अमरीका द्वारा दी जानेवालीं चेतावनियों के बावजूद भी पाक़िस्तान ने अपनी भूमिका में परिवर्तन किया नहीं है, यह अर्थमंत्री के नये बयान से सामने आ रहा है।

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