फिनलैण्ड के सरहदी इलाके में बढ़ रही सैन्य तैनाती से रशिया के लिए खतरा – रशियन प्रवक्ता की चेतावनी

हेलसिंकी/मास्को – फिनलैण्ड ने रशियन सीमा के आठों ‘क्रॉसिंग पॉईंटस्‌’ बंद करके सैन्य तैनाती बढ़ाने का निर्णय किया है। फिनलैण्ड के इस निर्णय पर रशिया की आक्रामक प्रतिक्रिया सामने आयी है। सरहदी इलाके में बढ़ती सैन्य तैनाती रशिया के लिए खतरा हैं और इससे वर्णित क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है, ऐसा इशारा रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने दिया है।

फिनलैण्ड के सरहदी इलाके में बढ़ रही सैन्य तैनाती से रशिया के लिए खतरा - रशियन प्रवक्ता की चेतावनीरशिया शरणार्थियों को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है, ऐसा आरोप लगाकर फिनलैण्ड ने कुछ दिन पहले रशिया-फिनलैण्ड की सरहद के आठ में से चार जगहों पर प्रवेश करने पर रोक लगाई गई थी। इसके बाद अब आठों ठिकानों पर प्रवेश निषिद्ध करके अतिरिक्त सुरक्षा तैनात करने का ऐलान किया गया है। इसके लिए यूरोपिय महासंघ के ‘फ्रंटेक्स’ के अतिरिक्त सैनिकों का दल भी दाखिल हुआ है। इसके साथ ही अन्य सहयोगी देश भी सहायता भेजे, ऐसी बिनती फिनलैण्ड ने की थी।

फिनलैण्ड के बिनती पर रिस्पान्स करते हुए पोलैण्ड ने सैन्य तैनाती का ऐलान किया है। इन सभी गतिविधियों पर रशिया की प्रतिक्रिया सामने आयी है। रशिया-फिनलैण्ड सीमा पर कि भी तरह की समस्या नहीं हैं, फिर भी फिनलैण्ड ने आक्रामक नीति अपनाई है, ऐसा आरोप रशिया के प्रवक्ता पेस्कोव ने लगाया। फिनलैण्ड के निर्णय की वजह से इस क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा, यह इशारा भी पेस्कोव ने दिया।फिनलैण्ड के सरहदी इलाके में बढ़ रही सैन्य तैनाती से रशिया के लिए खतरा - रशियन प्रवक्ता की चेतावनी

रशिया और फिनलैण्ड के बीच कुल १,३०० किलोमीटर की लंबी सीमा मौजूद है। यूरोप और आर्क्टिक इन दो महाद्वीपों में फैली इस सीमा के कारण फिनलैण्ड एक रशियन सीमा से जुड़ा सबसे बड़ा यूरोपिय देश बना है। इससे पहले यूरोप के ‘रिफ्युजी क्राइसिस’ के दौरान रशिया ने फिनलैण्ड की सीमा की सुरक्षा कुछ मात्रा में शिथिल की थी। इस वजह से एशिया और खाड़ी देशों से बड़ी संख्या में पहुंचे शरणार्थियों ने फिनलैण्ड में प्रवेश किया था।

रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर फिनलैण्ड ने नाटो का हिस्सा होने का निर्णय करने से दो देशों के अच्छे ताल्लुकात बिगड़े हैं। रशिया ने फिनलैण्ड की सीमा पर सैन्य तैनाती बढ़ाने का निर्णय किया था। इसके बाद इस सरहदी क्षेत्र से शरणार्थियों के झुंड़ ने प्रवेश करेन की मात्रा भी बढ़ी थी। खाड़ी देशों से पहुंच रहे इन शरणार्थियों को रशिया सहायता मुहैया कर रही हैं, ऐसे दावे फिनलैण्ड की सरकार लगातार ठोक रही हैं। लेकिन, रशिया ने यह सभी आरोप ठुकराए हैं।

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