भारत और ब्रिटेन के संबंध प्रकाशस्तंभ की भांति

नई दिल्ली – भारत और ब्रिटेन के संबंध तूफानी समुद्र में दिशा दिखानेवाले प्रकाशस्तंभ की तरह है, ऐसा दावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने किया| तानाशाही विचारधारा वाले देशों से खतरों का ज़िक्र करके ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने दोनों लोकतांत्रिक देशों के सहयोग की अहमियत रेखांकित की| साथ ही भारत और ब्रिटेन के बीच इस वर्ष की दिपावली तक मुक्त व्यापारी समझौता होगा, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री जॉन्सन ने व्यक्त किया है|

india-britain-relationsअपनी भारत यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री जॉन्सन ने प्रधानमंत्री मोदी से द्विपक्षीय चर्चा की| इस दौरान दोनों देशों ने सरकारी स्तर के दो और बिगर सरकारी स्तर के ४ समझौते किए| इसी बीच भारत को ‘ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसन्स’ (ओजीईएल) प्रदान किया जाएगा, यह ऐलान भी प्रधानमंत्री जॉन्सन ने किया| इस वजह से दोनों देशों के कारोबार को प्रशासकीय बाधाओं का सामना नहीं करना पड़ेगा, ऐसा जॉन्सन ने कहा| साथ ही जॉन्सन की इस यात्रा में दोनों देशों ने भूमि, समुद्री एवं हवाई और सायबर क्षेत्र में खतरों के खिलाफ एकजुट होकर काम करने का निर्धार व्यक्त किया|

नए लड़ाकू विमानों की तकनीक के लिए भारत और ब्रिटेन सहयोग करेंगे| समुद्री क्षेत्र को लेकर दोनों देशों ने सहयोग बढ़ाने का निर्णय किया है| रक्षा क्षेत्र के मोर्चे पर भारत और ब्रिटेन का सहयोग व्यापक करेंगे, यह जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान साझा की| रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के भारत के अभियान को ब्रिटेन से मिलनेवाले सहयोग का हम स्वागत करेंगे, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा|

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉन्सन का यह पहला दौरा है, फिर भी वे पुराने मित्र की तरह भारत को बढ़िया तरीके से जानते हैं| पिछले कुछ सालों में ब्रिटेन और भारत के संबंध मज़बूत हुए हैं| इसके लिए प्रधानमंत्री जॉन्सन ने काफी बड़ा योगदान दिया है, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री जॉन्सन की सराहना की| इसी के साथ दोनों नेताओं ने यूक्रैन की समस्या पर बातचीत की| यूक्रैन का युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो और वहां पर शांति स्थापित हो, भारत यही चाहता है, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने जॉन्सन से चर्चा के दौरान स्पष्ट किया|

भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापारी समझौते पर चर्चा जारी है| इसकी बातचीत दिवाली तक पूरी होगी और यह समझौता होगा, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री जॉन्सन ने व्यक्त किया| यूक्रैन का युद्ध जारी है और ऐसे में भारत रशिया विरोधी भूमिका अपनाए, यह मॉंग अमरीका कर रही है| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अपनी भारत यात्रा में इस पर जोर देंगे, ऐसे दावे किए जा रहे थे| लेकिन, प्रधानमंत्री जॉन्सन ने ऐलान किया कि, हमें भारत और रशिया के ऐतिहासिक संबंधों का अहसास होने का बयान करके इस मुद्दे पर हम भारत पर दबाव नहीं डालेंगे|

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