भारत चुनौतियों का सामना करने के लिए सिद्ध – रक्षामंत्री राजनाथ सिंग

पंचकुला – ‘भारत शांतिप्रिय देश है। किसी भी प्रकार का संघर्ष छेड़ना भारत के सिद्धांतों में नहीं है। पर लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो भारत किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह सिद्ध है’, ऐसा रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने कहा है। ‘टर्मिनल बॅलेस्टिक्स रिसर्च लॅबोरेटरी’ मैं आयोजित किए गए कार्यक्रम में रक्षामंत्री बात कर रहे थे। परमाणु विस्फोटकों का वहन करनेवाले और पाँच हज़ार किलोमीटर की दूरी पर होनेवाला लक्ष्य सटीकता से छेदनेवाले ‘अग्नी-5’ के सफल परीक्षण के बाद, रक्षामंत्री के ये बयान गौरतलब साबित होते हैं।

रक्षामंत्रीहरियाणा के पंचकुला की भेंट करके रक्षामंत्री ने क्षेपणास्त्र परीक्षण की सुविधा होनेवाले अड्डे का उद्घाटन किया। इस समय बात करते हुए रक्षामंत्री ने, उन्होंने लष्कर की कमांडर कांफ्रेंस में किये बयानों का हवाला दिया। दुनियाभर में सुरक्षा विषयक स्थिति में बहुत बड़ी उथल-पुथल हो रही है और उसकी रफ्तार भी प्रचंड है, इसकी चर्चा इस कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में संपन्न हुई, ऐसी जानकारी रक्षामंत्री ने दी। देशों के बीच के संबंध हों, व्यापार हो, आर्थिक-राजनीतिक-सुरक्षाविषयक संबंध हों, इन सभी बातों में बहुत ही तेज़ी से बदलाव दिखाई दे रहे हैं। विज्ञान-तंत्रज्ञान की बहुत ही तेज़ी से हो रही प्रगति, देश की सुरक्षा के लिए नई चुनौतियाँ लेकर सामने आ रही है, यह बताकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने बदलते जमाने की चुनौतियों पर गौर फरमाया।

ऐसी परिस्थिति में देश ने किसी भी चुनौतियों का सामना करने के लिए सिद्ध रहना चाहिए, यह बताकर, इस संदर्भ में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने दिए संदेश की याद रक्षा मंत्री ने करा दी। ‘‘ इस दुनिया में भाई के लिए स्थान हो ही नहीं सकता। एक शक्ति दूसरी शक्ति का सम्मान करती है’, ऐसा डॉ. कलाम ने कहा था। इसीलिए हमें भारत को सामर्थ्यशाली देश बनाना है। बड़ी ताकतों की नज़र से नज़र मिलानेवाला भारत हम सबको अपेक्षित है’’, यह बताकर रक्षा मंत्री ने सरकार की भूमिका प्रस्तुत की।

लद्दाख की एलएसी पर तनाव निर्माण होने के बाद चीन लगातार भारत पर लष्करी दबाव बढ़ाने के लिए गतिविधियाँ कर रहा है। उसी समय, चीन से भारत को लगातार धमकियाँ और चेतावनियाँ दी जा रहीं हैं। आज तक भारत ने चीन के बारे में दिखाया संयम छोड़कर, भारत भी चीन को उसी भाषा में जवाब दे रहा है। भारतीय रक्षा बलों के अधिकारी अब खुलेआम चीन को चेतावनी दे रहे हैं। साथ ही, भारतीय नेताओं ने भी समय-समय पर चीन को भारतविरोधी हरकतों के परिणामों का एहसास करा दिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने इससे पहले भी, भारत किसी भी प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए सिद्ध है, यह बताकर चीन और पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी थी। लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक की एलएसी के पास आक्रामक हरकतें करनेवाले चीन को भारत के रक्षामंत्री ने फिर एक बार खरी खरी सुनाई, यह इस उपलक्ष्य में सामने आ रहा है।

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