भारत अफ़गानिस्तान को अधिक सैनिकी सहायता करें : अमरीका के अफ़गानिस्तान कमांड प्रमुख का आवाहन

नवी दिल्ली, दि. ११ (पीटीआय) –   भारत ने अफ़गानिस्तान को अधिक लष्करी सामग्री की आपूर्ति करनी चाहिए और रक्षा सहयोग बढ़ाना चाहिए। अमरीका उसका स्वागत करेगी, ऐसा अमरीका एवं नाटो के, अफगाणिस्तान कमांडप्रमुख ‘जनरल जॉन निकोल्सन’ ने कहा है| सोमवार को भारत दौरे पर आये हुए जनरल निकोल्सन ने, अफ़गानिस्तान को भारत की सहायता की बहुत ज़रूरत है, ऐसा स्पष्ट किया| उसी समय, अमरीका की ओर से की गयी इस माँग पर पाकिस्तान से प्रतिक्रिया आयी है| अफगाणिस्तान में यदि भारत को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर दिया गया, तो आतंकवाद के खिलाफ़ जारी जंग में, अमरीका को पाकिस्तान द्वारा दिये जानेवाले सहयोग पर इस बात का असर होगा’ ऐसा पाकिस्तान ने कहा है|

अफ़गानिस्तानसोमवार को जनरल निकोल्सन भारत दौरे पर आये थे| अपने इस दूसरे भारत दौरे के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल, सेनाप्रमुख जनरल दलबिर सिंह सुहाग, विदेश सचिव एस. जयशंकर, रक्षा सचिव मोहन कुमार से मुलाकात की| इस मुलाकात के दौरान, भारत अफ़गानिस्तान को अधिक रक्षाविषयक सहायता करें, ऐसा आवाहन जनरल निकोल्सन ने किया है| इससे पहले भारत ने अफ़गानिस्तान को चार ‘एमआय-२५’ लड़ाकू हेलिकॉप्टर दिये हैं| साथ ही, अफ़गानी सुरक्षाबलों को भारत की ओर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है| भारत द्वारा मिल रही इस सहायता का अफ़गानी सुरक्षाबलों को काफ़ी अच्छा लाभ मिल रहा है| भारत ने ‘एमआय-२५’ लड़ाकू हेलिकॉप्टर देने के बाद अफ़गानी सेना ने उनका का तुरंत इस्तेमाल करते हुए आतंकवादियों पर हमले किये थे, ऐसी जानकारी जनरल निकोलसन ने दी|

अफ़गानी रक्षाबलों को आतंकवादियों पर कारवाई करने के लिए लडाक़ू विमानों की ज़रूरत है| साथ ही, अफ़गानी सेना के पास रशियन बनावट की रक्षासामग्री है| उनके पुर्जो की सप्लाई करने के लिए भारत सहायता कर सकता है, ऐसा जनरल निकोल्सन ने कहा| साथ ही, भारत ने अफ़गानी सेना को दिये जानेवाले प्रशिक्षण को बढ़ाने की माँग भी अमरिकी कमांडप्रमुख ने की| अफ़गानिस्तान में घातपात करनेवाले तालिबान के ‘हक्कानी नेटवर्क’, ‘लश्कर-ए-तैयबा’, ‘जैश-ए-मोहम्मद’ ये सारे आतंकी संगठन पूरे क्षेत्र के लिए ख़तरनाक हैं| इसीलिए इन आतंकवादियों के खिलाफ़ भारत की ओर से अफ़गानिस्तान को की जानेवाले सैनिकी सहायता की अहमियत और भी बढ़ती है, ऐसा दावा ‘जनरल निकोल्सन’ ने किया|

इसी दौरान अमरिकी कमांडप्रमुख ने की माँग के बाद पाक़िस्तान से प्रतिक्रिया आ रही है| ‘द नेशन’ इस पाक़िस्तानी दैनिक ने इस संदर्भ में ख़बर प्रकाशित की है| ‘अमरीका ने अफ़गानिस्तान में भारत को अधिक अहमियत देने का फैसला किया, तो आतंकवादियों के खिलाफ़ जारी जंग में अमरीका को सहायता नहीं मिलेगी, ऐसा पाक़िस्तान सरकार ने स्पष्ट किया है’ ऐसी जानकारी इस अखबार ने दी| साथ ही, पिछले कुछ महीनों से, अमरीका खुलेआम पाक़िस्तान के खिलाफ़ नीति अपना रहा है इसका उदाहरण इस देश के विश्‍लेषक और मीडिया दे रही है|

अमरीका ने पाकिस्तान को एफ-१६ लड़ाकू प्लेन न देने का निर्णय लिया है| साथ ही, पाक़िस्तान को आतंकवाद के खिलाफ़ जारी जंग के लिए दिया जानेवाली तक़रीबन ३० करोड़ डॉलर की निधि अमरीका ने रोकी है| पाक़िस्तान अपने पड़ोसी देश में हमले करनेवाले आतंकी संगठनों पर कारवाई करें, ऐसी माँग अमरीका ने की है| इस वजह से पाक़िस्तान पर दबाव बढ रहा है और अमरीका भारत का पक्ष लेकर पाक़िस्तान को घेरने की कोशिश कर रहा है, ऐसी आलोचना देश के बुद्धिजीवी और मीडिया कर रही है| जनरल निकोल्सन द्वारा, अफगानी सेना को दी जानेवाली सहायता को बढ़ाने के लिए भारत के पास की गयी माँग, अमरीका की पाक़िस्तानविरोधी भूमिका का हिस्सा है, ऐसा पाक़िस्तानी विश्‍लेषकों का कहना है|

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