भारत-ब्रिटेन की मुक्त व्यापारी समझौते पर बातचीत शुरू

नई दिल्ली – गुरूवार से भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार पर चर्चा शुरू हुई है। इस चर्चा के लिए ब्रिटेन की व्यापारमंत्री ऐनी-मेरी ट्रिविलियान अपने शिष्टमंड़ल के साथ भारत आई हैं। दोनों देशों में यह चर्चा इस वर्ष के अन्त तक पूरी होगी, यह विश्‍वास दोनों देशों ने व्यक्त किया है। भारत के साथ ब्रिटेन का व्यापार बढ़ाकर दोगुना करने का उद्देश्‍य हमारे सामने होने का बयान व्यापारमंत्री ऐनी-मेरी ट्रिविलियान ने किया है।

मुक्त व्यापारी समझौते पर बातचीतयूरोपिय महासंघ से बाहर निकलने के बाद ब्रिटेन भारत के साथ व्यापार के लिए हमारा देश सबसे अधिक प्राथमिकता देगा, यह ऐलान ब्रिटेन ने किया था। इसी दिशा में ब्रिटेन ने कदम बढ़ाए हैं और भारत के साथ व्यापारी सहयोग को नई उंचाई प्रदान करने के लिए ब्रिटेन की तैयारी की बात सामने आ रही है। भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते के माध्यम से दोनों देशों का सहयोग नई उंचाई पर ले जाने के लिए हम तैयार हैं, ऐसा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने कहा है।

भारतीय अर्थव्यवस्था में ब्रिटेन के उद्योगक्षेत्र को पहली कतार में खड़ा रहने का अवसर मिलेगा, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने व्यक्त किया। भारत की उदित होती ताकतवर अर्थव्यवस्था ब्रिटेन के उद्योगक्षेत्र, कामगार एवं ग्राहकों के लिए बड़े अवसर उपलब्ध करानेवाली साबित होगी। ब्रिटेन इसका लाभ उठाएगा और वैश्‍विक अर्थकारण में अपना स्थान अधिक मज़बूत करेगा, यह भी प्रधानमंत्री जॉन्सन ने कहा।

वर्ष २०१९ में भारत और ब्रिटेन का द्विपक्षीय व्यापार २३.३ अरब डॉलर्स था। ऐसे में बीते वर्ष इटली में हुई भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों की बैठक में द्विपक्षीय व्यापार वर्तमान दशक के अन्त तक दोगुना करने का निर्धार व्यक्त किया गया था।

भारत सिर्फ विदेशी निवेश स्वीकारनेवाला देश नहीं है, बल्कि भारत भी अन्य देशों में निवेश कर रहा है, यह ब्रिटेन में भारतीय उद्यमियों के निवेश से स्पष्ट हो रहा है। ब्रिटेन में भारतीय उद्यमियों के निवेश की वजह से तकरीबन ९५ हज़ार लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। ब्रिटेन ही यह जानकारी साझा कर रहा है।

इसी बीच, भारत एक ही समय पर ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपिय महासंघ, इस्रायल, संयुक्त अरब अमीरात एवं जापान के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है। इनमें से कुछ देशों के साथ जारी चर्चा जल्द ही पूरी होगी, ऐसा भारत के व्यापारमंत्री पियूष गोयल ने कहा था।

इन मुक्त व्यापार समझौतों के माध्यम से भारतीय बाज़ार का लाभ उठाने की कोशिश विश्‍व के प्रमुख देश कर रहे हैं। साथ ही भारत के उद्योग क्षेत्र के लिए भी इससे काफी बड़े अवसर उपलब्ध होंगे। खास तौर पर भारत के निर्यात को भी इससे लाभ मिलेगा और इससे भारतीय अर्थव्यवस्था की गति बड़े पैमाने में बढ़ सकती है। इसके साथ ही इन समझौतों की वजह से भारत की आर्थिक अहमियत विश्‍वभर में रेखांकित होगी, यह विश्‍वास व्यक्त किया जा रहा है।

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