ईरान के विदेशमंत्री की हमास के नेता से चर्चा

तेहरान – इस्रायल की हुकूमत कमज़ोर हुई हैं और पैलेस्टिनी अधिक ताकतवर  हुए हैं| इस वजह से इस्रायल अब पैलेस्टिन के सामने टिक नही सकेगा, ऐसा विश्‍वास विदेशमंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लानियाह ने व्यक्त किया हैं| पैलेस्टिन की गाज़ापट्टी में स्थित आक्रामक संगठन हमास के प्रमुख नेता इस्माईल हनिया के साथ हुई चर्चा में ईरान के विदेशमंत्री ने यह दावा किया| इसी बीच ईरान की सेना के शीर्ष दल रिवोल्युशनरी गार्डस ने इस्रायल के खिलाफ खड़े हुए पैलेस्टिनी नागरिकों की सराहना की| अगले दिनों में पैलेस्टिनी नागरिकों को इस्रायल के खिलाफ हर ज़रूरी सहायता प्रदान किया जाएगा, यह ऐलान रिवोल्युशनरी गार्डस् ने किया हैं|

अल अक्सा प्रार्थना स्थान पर इस्रायल ने कार्रवाई की हैं और इस दौरान डेढ़ सौ से भी अधिक पैलेस्टिनी घायल होने की बात कही जा रही हैं| इस कार्रवाई का ईरान ने निषेध किया हैं और इसका संज्ञान ना लेनेवाले अरब देशों की कड़ी आलोचना की हैं| साथ ही अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन इस्रायल की इस कार्रवाई का विरोध करने के लिए तैयार ना होने की ओर भी ईरान ने ध्यान आकर्षित किया हैं| इस पृष्ठभूमि पर ईरान के विदेशमंत्री हुसैन अमिर अब्दोल्लानियाह ने हमास के नेता इस्माईल हानिया से चर्चा की| इस चर्चा में ईरान के विदेशमंत्री ने कमज़ोर हुई इस्रायल की हुकूमत ताकतवर हो रहें पैलेस्टिनियों के सामने खड़ी नहीं हो सकेगी, यह विश्‍वास व्यक्त किया| हमास भी इस्रायल को खुलेआम युद्ध की धमकियॉं दे रही हैं| लगातार छह महीनों तक इस्रायल से युद्ध करने की क्षमता हमने प्राप्त की  हैं, यह ऐलान हमास ने किया था|

हमास के पास मिसाइलों का काफी बड़ा भंड़ार हैं और ईरान हमास को अधिक से अधिक हथियारों से सज्जित कर रहा हैं, यह आरोप हो रहे है| ईरान के परमाणु कार्यक्रम की वजह से हमारी सुरक्षा के लिए खतरा बना हैं, यह विचार रखनेवाले खाड़ी देश अब इस्रायल के साथ सैन्य सहयोग बढ़ा रहे हैं| अमरीका ईरान के साथ परमाणु समझौते का ऐलान करने की तैयारी में होने की स्थिति में खाड़ी देशों ने इस्रायल के साथ जारी सहयोग मज़बूत और व्यापक करने करने के लिए कदम उठाएँ हैं| ऐसें में दूसरी ओर ईरान ने इस्रायल के खिलाफ खड़े हुए पैलेस्टिन की आक्रामक संगठनों को बड़ी मात्रा में हथियार और आर्थिक सहायता करना जारी रखा हैं|

खास तौर पर ईरान और हमास के सहयोग की ओर इस्रायल काफी सावधानी से देख रहा हैं| ऐसी स्थिति में ईरान के विदेशमंत्री ने हमास के नेता इस्लाइल हनिया से चर्चा करने के हो रहे दावे ध्यान आकर्षित कर रहे हैं| इसी बीच ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस पैलेस्टिनी नागरिकों को हर तरह की सहायता करने का वादा करके इस्रायल को खुली चुनौती देती दिख रही हैं| इस्रायल के खिलाफ हथियारों की आपूर्ति कर रहें ईरान को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी, यह इशारा इस्रायल ने दिया था| अपनी लेज़र यंत्रणा का परीक्षण करके इस्रायल ने मिसाइल हमलों का हमारी सुरक्षा पर असर नहीं होगा, इसका स्पष्ट अहसास अपने शत्रु को कराया हैं| इस वजह से ईरान के खिलाफ खड़े हुए खाड़ी देशों का इस्रायल के सामर्थ्य पर अधिक विश्‍वास बढ़ सकेगा|

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