इंधनवाहक जहाज पर हमले करानेवाले ईरान को करारा जवाब देने की इस्रायल की चेतावनी – अमरीका, ब्रिटेन का इस्रायल को समर्थन

जेरूसलेम/वॉशिंग्टन/लंडन – ‘इस्रायली इंधनवाहक जहाज पर आत्मघाती ड्रोन के हमले करानेवाले ईरान को कैसे जवाब देना है यह इस्रायल अच्छी तरह जानता है’, ऐसी चेतावनी इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दी। अन्तर्राष्ट्रीय सागरी क्षेत्र में यातायात को खतरे में डालनेवाले ईरान को चेतावनी देनेवाले इस्रायल को अमरीका और ब्रिटेन ने भी समर्थन घोषित किया। वहीं, ईरान ने इस्रायल के हमले का मुँहतोड़ जवाब देने की धमकी दी।

israel-ship-attack-iranपिछले डेढ़ साल से इस्रायल और ईरान के बीच अन्तर्राष्ट्रीय सागरी क्षेत्र में अघोषित संघर्ष जारी है। हिंद महासागर क्षेत्र से भूमध्य सागरी क्षेत्र तक के पट्टे में प्रवास करनेवाले एक-दूसरे के मालवाहक तथा इंधनवाहक जहाज़ों पर इस्रायल और ईरान ने खुफिया हमले करवाए। अब तक इन हमलों में जीवित हानि नहीं हुई थी। लेकिन पिछले हफ्ते ओमान के सागरी क्षेत्र के पास से, खाड़ी क्षेत्र के लिए प्रवास करनेवाले ‘मर्सर स्ट्रीट’ इंधनवाहक जहाज़ पर हुए हमले में दो कर्मचारियों की मृत्यु होने के बाद यहाँ का तनाव बढ़ा।

इस ईंधन वाहक जहाज की मालिकियत जापान की एक कंपनी के पास है। वहीं, लंदन स्थित इस्रायली कंपनी के पास इस जहाज के ऑपरेशन्स की ज़िम्मेदारी है। लेकिन मर्सर स्ट्रीट जहाज पर हुए आत्मघाती ड्रोन्स के हमले में ब्रिटिश और रोमानियन नागरिकों की मृत्यु होने के बाद इस्रायल ने इसकी गंभीर दखल ली। ईरान ने इस ईंधनवाहक जहाज पर हमले किए होने के सबूत अपने पास हैं, ऐसा इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनट ने घोषित किया।

‘ईरान इस्रायल के हितसंबंधों को लक्ष्य करना चाहता है और मर्सर स्ट्रीट पर हमला करवाकर इरान ने वही किया। लेकिन इंधनवाहक जहाज पर हुआ यह हमला यानी अन्तर्राष्ट्रीय संबंध, सागरी स्वतंत्रता और अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए ख़तरा साबित होता है। ईरान के इन हमलों को कैसे जवाब देना है, यह इस्रायल अच्छी तरह जानता है’, ऐसा बेनेट ने रविवार की कैबिनेट बैठक के बाद घोषित किया।

ओमान के सागरी क्षेत्र के पास इंधनवाहक जहाज़ पर ड्रोन्स के हमले करवानेवाले ईरान की अमरीका और ब्रिटेन ने आलोचना की। ‘ईरान ने यह हमला किया, इसका अमरीका को यकीन है। हाथ आई जानकारी के आधार पर अमरीका इस निष्कर्ष पर पहुँची है और इस हमले के लिए ईरान को उचित समय पर प्रत्युत्तर मिलेगा’, ऐसा अमरीका के विदेश मंत्री अँथनी ब्लिंकन ने स्पष्ट किया। इस हमले का प्रत्युत्तर देने का पूरा अधिकार इस्रायल को है, ऐसा जेरूसलम में नियुक्त अमरीका के उपराजदूत मार्क पॉवर ने कहा है। वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने भी यह दोषारोपण किया है कि इस्रायली ईंधन वाहक जहाज को जानबूझकर लक्ष्य करके ईरान ने अन्तर्राष्ट्रीय सागरी नियमों का उल्लंघन किया है।

इसी बीच, इस्रायल की चेतावनी और उसे अमरीका और ब्रिटेन ने समर्थन देने के बाद, ईरान ने अपने विरोध में की जानेवाली इस संभाव्य कार्रवाई को ज़बरदस्त प्रत्युत्तर देने की धमकी दी। साथ ही, मर्सर स्ट्रीट पर हुए हमले से अपना कुछ भी ताल्लुक नहीं है, ऐसा ईरान ने कहा है। उल्टा इस्रायल ही इस क्षेत्र में आतंकवाद और अस्थिरता मचाने के लिए ज़िम्मेदार होने का दोषारोपण ईरान के विदेश मंत्रालय ने किया।

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