भारत और यूरोपिय महासंघ के मुक्त व्यापारी समझौते की बातचीत शुरू – महासंघ के राजदूत की जानकारी

नई दिल्ली – भारत और यूरोपिय महासंघ की मुक्त व्यापार समझौते से संबंधित बातचीत सोमवार से शुरू हुई। भारत और भूटान के लिए नियुक्त महासंघ के राजदूत उगो ऐस्ट्युटो ने यह जानकारी दी। भारत और यूरोप का आर्थिक सहयोग मज़बूत करने के लिए यह समझौता अहम चरण माना जाता है। शुक्रवार १ जुलाई तक यूरोप और भारत के वरिष्ठ अधिकारियों में चर्चा शुरू रहेगी, ऐसा महासंघ ने कहा है। पिछले हफ्ते भारत के केंद्रीय व्यापारमंत्री पियुष गोयल ने इसके संकेत दिए थे।

मुक्त व्यापारी समझौतेभारत और महासंघ की मुक्त व्यापारी समझौते की पहली चर्चा २००७ में हुई थी। लेकिन, एक-दूसरे के बीच मतभेद के कारण साल २०१३ में यह बातचीत स्थगित हुई थी। इसके बाद पिछले कुछ सालों से यह चर्चा फिर से शुरू करने के लिए दोनों ओर से गतिविधियाँ शुरू हुई थी। इसे सफलता प्राप्त हुई है और समझौते से संबंधित बातचीत का पहला दौर सोमवार से शुरू हुआ।

यूरोपिय महासंघ भारत का अहम व्यापारी भागीदार है। यूरोपिय महासंघ का भारत के साथ सालाना ११० अरब डॉलर्स से अधिक व्यापार हो रहा है। यूरोपिय महासंघ भारत का तीसरे स्थान का व्यापारी भागीदार है। वित्तीय वर्ष २०२१-२२ में भारत ने यूरोपिय महासंघ के सदस्य देशों को ६५ अरब डॉलर्स का निर्यात किया था। इस दौरान भारत ने इन देशों से ५१.४ अरब डॉलर्स का आयात किया था।

भारत के कुल व्यापार में से ११ प्रतिशत व्यापार महासंघ के साथ होता है। ऐसे में यूरोपिय महासंघ के लिए भारत दसवें स्थान का व्यापारी भागीदार देश है। साथ ही साल २०२१ में यूरोपिय महासंघ के कुल व्यापार में भारत के साथ हुए व्यापार की मात्रा सिर्फ २ प्रतिशत थी। इसी कारण भारत और महासंघ के व्यापार की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए मुक्त व्यापारी समझौता काफी अहम भूमिका निभाएगा, यह विश्‍वास व्यापारमंत्री पियुष गोयल ने व्यक्त किया।

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