परमाणु समझौते पर चर्चा और ड्रोन हमले इन मुद्दों पर अमरीका की ईरान पर कार्रवाई की चेतावनी

रोम – परमाणु समझौते पर चल रही चर्चा के संदर्भ में ईरान ने अपनाई अड़ियल भूमिका और पिछले हफ्ते में सिरिया स्थित अमरीका के लष्करी अड्डे पर हुए ड्रोन हमले के बाद अमरीका आक्रामक बनी है। अमरीका के हितसंबंधों को ड्रोन हमलों द्वारा लक्ष्य करनेवाले ईरान को उसका करारा जवाब मिलेगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने दी। नवम्बर में अगर ईरान परमाणु समझौते की चर्चा में सहभागी नहीं हुआ, तो लष्करी कार्रवाई का विचार भी किया जा सकता है, ऐसा अमरीका के विदेश मंत्री अँथनी ब्लिंकन ने जताया है। सत्ता में आने के बाद राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ईरान के संदर्भ में अपनाई उदार नीति की पृष्ठभूमि को मद्देनजर रखते हुए, उनकी भूमिका में हुआ यह आक्रामक बदलाव गौरतलब साबित होता है।

drone-attacks-us-iran-1रविवार को इटली में संपन्न हुई जी20 की बैठक के बाद राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने माध्यमों के साथ चर्चा की। इस समय बायडेन ने सिरिया स्थित अमरीका के लष्करी अड्डे पर हुए ड्रोन हमलों की ज़ोरदार आलोचना की। क्या ईरान कर रहे ड्रोन हमलों को जवाब दिया जाएगा? इस सवाल के जवाब में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कहा कि अमरीका ईरान को जवाब देगी। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान के विरोध में किये इस बयान की इस्रायली माध्यमों में काफ़ी चर्चा हुई।

वहीं, ईरान के साथ शुरू की परमाणु समझौते की चर्चा के बारे में बात करते समय, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान को आड़े हाथ लिया। ‘अगले महीने में वियना में नए से शुरू होनेवाली परमाणु समझौते संबंधित चर्चा में सहभाग लेने की ईरान की भूमिका पर सबकुछ निर्भर है। यदि ईरान ने इस चर्चा से मुँह फेर लिया, तो उन्हें इसकी आर्थिक क़ीमत चुकानी पड़ेगी’, ऐसी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने दी। वहीं, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के साथ होनेवाले विदेश मंत्री ब्लिंकन ने, परमाणु समझौते संबंधित चर्चा को लेकर अमरीका आशावादी है, ऐसा कहा।

लेकिन नवंबर महीने में शुरू होनेवाली चर्चा में अगर ईरान समय पर ही सहभागी नहीं हुआ, तो अन्य विकल्पों का विचार किया जा सकता है, ऐसा ब्लिंकन ने जताया है। अमरीका अन्य कौनसे विकल्पों के बारे में बात कर रही है, इस सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ब्लिंकन ने यह स्पष्ट किया कि लष्करी कार्रवाई का विकल्प भी सामने है।

अमरीका की इस आक्रामक भूमिका पर ईरान से प्रतिक्रिया आई है। परमाणु समझौता पुनर्जीवित करने के लिए अमरीका के पास इच्छाशक्ति ना होने का आरोप ईरान के विदेश मंत्री हुसेन अमीर अब्दोल्लानियान ने किया। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन हालांकि पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के विरोधक के रूप में पेश आ रहे हैं, फिर भी उन्होंने भी ईरान पर प्रतिबंध कायम रखकर ईरान को उससे छूट नहीं दी है, ऐसी आलोचना अब्दोल्लानियान ने की। अगर अमरीका ने भूमिका में बदलाव किया, तो परमाणु समझौता संभव है, ऐसा दावा ईरान के विदेश मंत्रालय ने किया।

इसी बीच, नवंबर के अंत में वियना में होनेवाली चर्चा में सहभागी होने का ऐलान ईरान ने किया है। लेकिन अमरीका और ईरान में अगर परमाणु समझौता होनेवाला नहीं है, तो इस्रायल साल के अंत तक ईरान पर हमला करें, ऐसी माँग इस्रायल की लिकूड पार्टी के नेता ताची हनेबी ने की। वहीं, ईरान का मसला राजनीतिक स्तर पर हल करने को इस्रायल प्राथमिकता दे रहा है। लेकिन उसी के साथ, इस्रायल ईरान के विरोध में अन्य विकल्पों पर भी सोच रहा है, ऐसा इस्रायल के वरिष्ठ अधिकारी अधिकारी ने जताया है।

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