पाकिस्तान की सेना ने ही इम्रान को सत्ता में लाया – पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का आरोप

लंदन/लाहोर – पाकिस्तान में समांतर सरकार चलाई जा रही है और सेना के हाथ में पाकिस्तान की पूरी सत्ता समाई है। इसी पाकिस्तानी सेना ने पहले ही लोकनियुक्त सरकार को सत्ता से हटाया और इम्रान खान की कठपुतली की सरकार लायी, ऐसे तीखे आरोप पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने किए। पाकिस्तान में सरकार के विरोध में राजनीतिक पार्टियों ने आयोजित किए प्रदर्शनों को वीडियो कॉन्फरन्सिंग के माध्यम से संबोधित करते समय शरीफ ने यह हमला किया। पाकिस्तान की सेना पर किए गए इन आरोपों पर प्रधानमंत्री इम्रान खान ने प्रत्युत्तर दिया है और यह आलोचना की है कि, नवाज़ शरीफ सेनाप्रमुख और आयएसआय के प्रमुख की प्रतिमा मलीन करने की कोशिश कर रहे हैं।

नवाज़ शरीफ

पाकिस्तान के ११ सियासी दलों की ‘पाकिस्तान डेमोक्रैटिक मुवमेंट’ ने आयोजित किए सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने पाकिस्तान को दहला दिया है। इन प्रदर्शनों के साथ ही पाकिस्तान में सभी प्रांतों के सियासी गुट एकजुट हुए हैं और उन्होंने सरकार के साथ ही पाकिस्तान की सेना को भी लक्ष्य किया है। लंदन में इलाज़ के लिए गए और वहीं से इस सरकार के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों को संबोधित करनेवाले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने अपने भाषण में पाकिस्तान की सेना को लक्ष्य किया। देश से भी सेना को बड़ा बनाया गया है और यही सेना पाकिस्तान की हुकूमत चला रही है, ऐसे तीखे आरोप शरीफ ने किए।

नवाज़ शरीफ

पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल कमर बाजवा के नाम का सीधे ज़िक्र करके शरीफ ने, पाकिस्तान में समांतर सरकार चलाई जा रही है, यह आरोप लगाया। जनरल बाजवा ने इम्रान को सत्ता में बिठाया है और उनके पीछे से पाकिस्तान के सेनाप्रमुख ही इस देश को चला रहे हैं, ऐसे गंभीर आरोप प्रधानमंत्री शरीफ ने किए। साथ ही पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संगठना ‘आयएसआय’ के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल फैज़ हमीद ही परदे के पीछे से नियंत्रण कर रहे हैं, यह आरोप भी शरीफ ने किया। शरीफ के हर आरोप के साथ गुजरानवाला स्टेडियम में हज़ारों की संख्या में मौजूद लोगों ने पाकिस्तानी सेना को धिक्कारा था।

नवाज़ शरीफ

इसके साथ ही शरीफ ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान को भी लक्ष्य किया। इम्रान की सरकार सभी स्तरों पर नाकाम हुई है। अपनी सरकार ने अब तक किए सभी कम इम्रान ने तबाह किए है और इसके परिणाम पाकिस्तानी जनता को भुगतने पड़ रहे हैं, यह आरोप भी शरीफ ने किया। पाकिस्तान में लोकनियुक्त नेता को ही गद्दार साबित किया जाता है, लेकिन पाकिस्तानी जनता का विश्‍वासघात करनेवाले सेना अधिकारी को गद्दार कहा नहीं जाता, यह शिकायत शरीफ ने की। दो दिन पहले ही भ्रष्टाचार के आरोप लगे हुए लेफ्टनंट जनरल असिम बाजवा को गद्दार क्यों नहीं कहा जाता, यह सवाल शरीफ ने किया।

शरीफ के इन आरोपों की वजह से पाकिस्तान में इम्रान खान की सरकार मुश्‍किलों से घिर गई है और उनके नेता यह प्रदर्शन नाकाम होने के दावे करने लगे हैं। इन प्रदर्शनों के लिए स्टेडियम में जनता मौजूद ही नहीं थी, कुर्सियां खाली थीं, ऐसे अजब दावे इम्रान की सरकार के नेता करने लगे हैं। तभी प्रधानमंत्री इम्रान खान ने विपक्ष के इन प्रदर्शनों को ‘सर्कस’ कहा है। शरीफ ने पाकिस्तान के सेनाप्रमुख और ‘आयएसआय’ प्रमुख के विरोध में निचले स्तर की भाषा का प्रयोग किया है, यह आलोचना इम्रान खान ने की। तभी लंदन में इम्रान के समर्थकों ने शनिवार के दिन नवाज़ शरीफ के घर के बाहर प्रदर्शन करने का वृत्त है।

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