ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में हुए हमले में ९ पाकिस्तानी ढ़ेर

इस्लामाबाद – पाकिस्तान और ईरान के तनाव से भरे संबंध सामान्य करने के लिए जारी कोशिशों के बीच में दोनों देशों के बीच नया विवाद छिड़ गया है। ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के सरवान शहर में अज्ञात हमलावरों ने नौ पाकिस्तानियों को ढ़ेर किया। यह सभी ईरान में बतौर मज़दूर काम कर रहे थे, ऐसा दावा पाकिस्तानी माध्यम कर रहे हैं। वहीं, ईरान में मारे गए यह सभी पाकिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा ‘आईएसआई’ के एजेंटस्‌ थे, ऐसी जानकारी भी प्रदान हो रही है।

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्डस्‌ ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान की सीमा से १०३ किलोमीटर दूर बलूचिस्तान प्रांत में स्थित दो आतंकवादी अड्डों पर हमले किए थे। इस दौरान आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल के १०० से अधिक आतंकियों के मारे जाने का दावा किया जा रहा था। ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में हुए हमले में ९ पाकिस्तानी ढ़ेरलेकिन, अपने देश में आतंकवादी न होने का बयान करके पाकिस्तान ने ईरान के उस हमले में दो लड़कियों की मौत होने की बात कही थी। इसके २४ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने ईरान की सीमा में हवाई हमले करके विद्रोही संगठन ‘बलूच लिबरेशन आर्मी’ के ठिकाने पर कार्रवाई करने का ऐलान किया था।

बाद में दोनों देशों के संबंधों में भारी तनाव निर्माण हुआ था। अपने सहयोगी देशों में सौहार्दता निर्माण करने के लिए चीन ने मध्यस्थता की थी। लेकिन, पाकिस्तान के पक्ष में खड़े हुए चीन की आलोचना करके ईरान उस बातचीत से पीछे हटने की खबरें सामने आयी थी। इसके बावजूद चीन ईरान-पाकिस्तान पर दबाव बना रहा हैं, ऐसा चीनी माध्यम कह रहे थे। ऐसे समय में शनिवार की रात ईरान के आग्नेय ओर के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के सरवान शहर में नौ पाकिस्तानियों को मार गिराने की खबर प्रसिद्ध हुई है।

पाकिस्तान हमारे देश में अस्थिरता निर्माण कर रहा है, ऐसा आरोप ईरान ने पहले भी लगाया था। पाकिस्तान की सीमा में छुपे आतंकवादियों को पाकिस्तान की सेना आश्रय दे रही हैं, ऐसा आरोप लगाकर ईरान ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राईक करने की चेतावनी दी थी। इसी बीच कुछ हफ्ते पहले ईरान के कुदस्‌ फोर्सेस के पूर्व प्रमुख कासेम सुलेमानी की कब्रस्तान के करीब आतंकवादियों ने किए बड़े विस्फोट में १०४ लोग मारे गए थे। ‘आयएस-खोरासान’ ने उस हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकारी थी। खोरासान के आतंकवादियों को पाकिस्तान ने आश्रय दिया है, यह आरोप इससे पहले तालिबान के पूर्व प्रवक्ता ने भी लगाया था। ईरान ने सीधे ऐसे आरोप लगाए नहीं है, फिर भी ईरान ने अब पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए आवश्यक तैयारी रखी होने के आसार दिख रहे हैं।

अमेरिका हमारे खिलाफ पाकिस्तान का इस्तेमाल कर रही हैं, ऐसा भरोसा ईरान को हुआ है। इसी कारण से ईरान पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने का दिखावा कर रहा हो, फिर भी वास्तव में ईरान पाकिस्तान से सावधानी बरतता दिख रहा है। साथ ही आगे के दौर में पाकिस्तान ने कोई भी हरकत की तो उसे सबक सिखाने की बड़ी तैयारी ईरान ने रखी है, ऐसा विश्लेषक कह रहे हैं।

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