चीन से हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर फिलिपीन्स ने साउथ चायना सी में बढ़ाई गश्‍त

साउथ चायना सीमनिला – ‘साउथ चायना सी’ में लष्करी सामर्थ्य के बल पर मग़रूरी दिखा रहें चीन के विरोध में फिलिपीन्स ने अधिक आक्रामक भूमिका अपनाई है। बीते तीन महीनों में फिलिपीन्स ने ‘साउथ चायना सी’ में भारी मात्रा में गश्‍त बढ़ाई होने की बात एक रिपोर्ट से सामने आयी है। दो हफ्ते पहले फिलिपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दुअर्ते ने, गश्‍तीपोत पीछे नही हटाएँगे, यह बात ड़टकर कही थी। इस पृष्ठभूमि पर, अब सामने आयी यह रिपोर्ट राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते के आक्रामक बयान की पुष्टि करनेवाली साबित हो रही है।

‘एशिया मेरिटाईम ट्रान्सपरन्सी इनिशिएटिव्ह’ नामक अभ्यासगुट ने नई रिपोर्ट सार्वजनिक की है। इस रिपोर्ट के अनुसार १ मार्च से २५ मई के दौरान, फिलिपीन्स की नौसेना और तटरक्षक बल के गश्‍तीपोतों ने साउथ चायना सी के विवादित क्षेत्र में ५७ से अधिक बार प्रवेश किया। इसमें नौसेना और तटरक्षक बल के १३ गश्‍तीपोतों का समावेश था। १ मार्च से पहले १० महीनों के दौरान फिलिपिनी जहाज़ों ने सिर्फ सात बार इस क्षेत्र में गश्‍त लगाई थी। इस बात को मद्देनजर किया, तो चीन की गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए फिलिपीन्स फिलहाल अधिक आक्रामक होने की बात स्पष्ट होती है, यह दावा इस रिपोर्ट में किया गया है।

फिलिपिनी यंत्रणाओं ने लगाई गश्‍त ‘स्पार्टले आयलैण्ड’ और ‘स्कारबोरो शोल’ के विवादित क्षेत्र में लगाई थी, इस ओर भी इस रिपोर्ट में ध्यान आकर्षित किया है। इन दोनों इलाकों पर चीन ने अपना दावा जताया है और ‘स्कारबोरो शोल’ क्षेत्र में कृत्रिम द्वीप और अड्डे का निर्माण भी किया है। यह पृष्ठभूमि होने के बावजूद फिलिपीन्स ने बढ़ाई गश्‍त, चीन को दी हुई खुली चुनौती होने की बात दिख रही है। गश्‍त बढ़ाने के साथ ही, राजनीतिक स्तर पर भी चीन को लक्ष्य करने के लिए फिलिपीन्स ने कदम उठाएँ हैं।

साउथ चायना सीशनिवार के दिन फिलिपीन्स के विदेश विभाग ने, ‘थिटु आयलैण्ड’ के करीब चीन की बढ़ती गतिविधियों का तीव्र निषेध किया है। चीन के गश्‍तीपोत और मछुआरों के जहाज़ों की इस क्षेत्र में जारी हरकतों पर आपत्ति जताकर, इसे तुरंत बंद करें, ऐसी भूमिका विदेश मंत्रालय के निवेदन में तीव्रता से रखी गई है। इसी बीच ‘थियु आयलैण्ड’ फिलिपीन्स का सार्वभूम हिस्सा होने की बात स्पष्ट की गई है। फिलिपीन्स के सेनाप्रमुख जनरल सिरिलितो सोबेयाना ने कुछ दिन पहले ही यह ऐलान किया था कि ‘थिटु आयलैण्ड’ पर सुसज्जित ‘मिलिटरी हब’ का निर्माण किया जाएगा।

लगातार हुई इन घटनाओं ने चीन और फिलिपीन्स के बीच, साउथ चायना सी के मुद्दे पर बना विवाद काफी बिगड़ता दिख रहा है। मार्च महीने में चीन ने अपने मछुआरों के सैकड़ों जहाज़ों की, फिलिपिनी सीमा में घुसपैंठ करवाने के बाद, फिलिपीन्स में चीन के विरोध में तीव्र असंतोष की भावना निर्माण हुई है। इस वजह से बीते दो महीनों में फिलिपीन्स की सरकार और सेना, साउथ चायना सी के मामले में लगातार तीव्र भूमिका अपनाकर चीन को मुँहतोड़ प्रत्युत्तर दे रहे हैं। अप्रैल महीने में फिलिपीन्स ने साउथ चायना सी में चीन की तरह कृत्रिम द्वीपों का निर्माण करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद, चीन द्वारा सालाना मछली पकड़ने पर लगाई जा रही रोक भी फिलिपीन्स ने खुलेआम ठुकराई थी।

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