चीन में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ा – शांघाय में सैन्य दलों के साथ १५ हज़ार अतिरिक्त स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती

china-corona-increased-2बीजिंग/लंदन – चीन में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ने लगा है और आर्थिक केंद्र शांघाय में दो दिनों में कोरोना के १६ हज़ार से अधिक मामले सामने आए हैं। पिछले हफ्ते शांघाय में लॉकडाऊन का ऐलान किया गया था। इसके बाद भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है और चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने ‘आर्मी मेडिकल युनिट’ के साथ १० हज़ार स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती का ऐलान किया है। चीन के डालियन शहर में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट का नया उप-प्रकार सामने आया है और इसने चीनी यंत्रणाओं की चिंता बढ़ाई है।

कोरोना के उद्गम वाले चीन में ही संक्रमण के नए मामलों की संख्या तेज़ी से बढ़ने लगी है। सिर्फ मार्च में ही चीन में कोरोना के ६० हज़ार से अधिक मामले दर्ज़ हुए हैं। साल २०१९ में वुहान में सामने आए संक्रमितों से ज्यादा मामले अब दर्ज़ हो रहे हैं, ऐसी जानकारी स्थानीय यंत्रणाओं ने साझा की। पिछले कुछ दिनों से चीन में १० हज़ार और इससे अधिक संक्रमित सामने आना शुरू हुआ है। इसी बीच रविवार को १३ हज़ार से अधिक मामले दर्ज़ हुए। इनमें से ९ हज़ार से अधिक मामले सिर्फ शांघाय शहर में दर्ज़ हुए हैं। इसके अलावा जिलिन और हेलौंगजिआंग प्रांतों में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है।

china-corona-increased-1विश्‍व के सबसे अधिक जनसंख्या के एवं चीनी अर्थव्यवस्था के प्रमुख केंद्र के शांघाय शहर में ५ अप्रैल तक लॉकडाऊन लगाया गया था। लेकिन इससे शांघाय की स्थिति में सुधार ना होने से चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने आक्रामक कदम उठाए हैं। चीन के पीपल्स लिबरेशन आर्मी का अंग होनेवाले वैद्यकीय दल को शांघाय में तैनात किया गया है। इसमें तकरीबन २ हज़ार डाक्टर्स और सैनिकों का समावेश है। इसके अलावा देश के अन्य प्रांतों से १५ हज़ार डॉक्टर्स और वैद्यकीय कर्मचारियों को भी शांघाय रवाना करने की जानकारी चीनी माध्यमों ने प्रदान की।

चीन में हुए इस नए विस्फोट से शासक कम्युनिस्ट हुकूमत ने अपनाई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ पर सवाल खड़े हुए हैं। कम्युनिस्ट हुकूमत ने साल २०१९ में कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद इस नीति को अपनाकर चीन में कोरोना की महामारी काबू में रखने का दावा किया था। साथ ही सबसे पहले टीकाकरण शुरू करके इस महामारी पर जीत हासिल करने की डींग भी चीन ने हांकी थी। लेकिन, अब यही नीति चीन की अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय छवि के लिए मुश्‍किल बन रही है, ऐसे दावे सामने आने लगे हैं। कुछ दिन पहले ‘चायनीज युनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग’ ने जारी की हुई रपट में इशारा दिया गया था कि, ‘ज़ीरो कोविड पोलिसी’ के कारण चीन की अर्थव्यवस्था को हर महीने ४ अरब डॉलर्स से अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

चीन के साथ ही दक्षिण कोरिया, वियतनाम, फ्रान्स, जर्मनी, ब्रिटेन और चिली में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या फिर से बढ़ रही है, यह जानकारी विश्‍व स्वास्थ्य संगठन ने प्रदान की है।

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