चेर्नोबिल परमाणु प्रकल्प पर रशियन सेना का कब्ज़ा ड़रावना – वाईट हाऊस का दावा

वॉशिंग्टन – यूक्रैन के चेर्नोबिल परमाणु प्रकल्प पर रशियन सेना का कब्ज़ा बड़ा चिंताजनक और ड़रावना होने का बयान वाईट हाऊस ने किया है। इतिहास की सबसे भीषण दूर्घटना के लिए ज़िम्मेदार इस परमाणु प्रकल्प पर रशिया का कब्ज़ा सुरक्षा के नज़रिये से खतरनाक होने का बयान वाईट हाऊस ने किया है। तो, रशियन सेना ने इस प्रकल्प के तकरीबन ९२ कर्मचारियों को बंधक बनाने का आरोप यूक्रैन ने लगाया है।

रशियन सेना का कब्ज़ावर्ष १९८६ में चेर्नोबिल परमाणु प्रकल्प के चौथे क्रमांक के रिएक्टर के विस्फोट से कम से कम सौ लोग मारे गए और हज़ारों लोग यहां पर परमाणु रिसाव से पीड़ित हुए थे। इसके बाद यह प्रकल्प पिछले कुछ वर्षों से बंद ही था। ऐसी स्थिति में शुक्रवार को यूक्रैन में दाखिल हुई रशियन सेना ने इस परमाणु प्रकल्प पर कब्ज़ा करने के बाद अमरीका और यूरोपिय देश इस पर तेज़ बयान कर रहे हैं। परमाणु रिसाव वाले प्रकल्प पर कब्ज़ा करके रशिया सबकी सुरक्षा को खतरे में डाल रही है, यह आरोप वाईट हाऊस लगा रहा है।

इसी बीच, रशियन सेना ने चेर्नोबिल परमाणु प्रकल्प पर कब्ज़ा करके यूक्रैन के संघर्ष में बड़ी बढ़त पाई है, यह दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक कर रहे हैं। बेलारूस के रास्ते यूक्रैन की राजधानी किव तक पहुँचने का यह सबसे छोटा रास्ता होने का दावा किया जा रहा है। चेर्नोबिल परमाणु प्रकल्प से राजधानी किव १०८ किलोमीटर दूरी पर है। इस वजह से इस प्रकल्प पर कब्ज़ा करके रशियन सेना ने राजधानी किव की दिशा में अहम कदम उठाया है, ऐसा इशारा विश्‍लेषक दे रहे हैं।

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