प्रतिबंधों की वजह से रशिया का सामर्थ्य बढ़ेगा और प्रतिबंध थोंपनेवाले परेशान होंगे – रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का विश्वास

मास्को – यूक्रैन पर सैन्य कार्रवाई नहीं की होती तब भी रशिया पर प्रतिबंध लगाए गए होते| इन प्रतिबंधों के कारण रशिया की मुश्किलें बढ़ी हैं, यह सच है| परंतु, रशिया इस पर हावी होकर पहले से अधिक समर्थ बनकर विश्‍व के सामने आएगी| लेकिन, यह प्रतिबंध लगानेवालों को ही इसका सबसे ज्यादा नुकसान पहुँचे बिना नहीं रहेगा, यह आत्मविश्‍वास रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने व्यक्त किया| अमरीका और मित्रराष्ट्रों ने रशिया पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं और रशिया के ईंधन निर्यात को लक्ष्य करने जैसे सख्त निर्णयों का ऐलान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने किया है| इसका रशियन अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पडा है और इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने यह विश्‍वास व्यक्त किया है|

russia-sanctions-putinरशिया की अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है और रुबल का मूल्य भी सबसे निचले स्तर पर पहुँचा है| अमरीका ने रशिया के ईंधन निर्यात को लक्ष्य करनेवाले प्रतिबंध लगाने के बाद यह आर्थिक गिरावट आई| इसके अलावा, आनेवाले दिनों में रशिया को डॉलर में कारोबार करना लगभग असंभव करने की जोरदार तैयारी अमरीका ने पूरी की है| इसकी वजह से रशिया के साथ आर्थिक सहयोग करने वाले देश भी अमरिकी प्रतिबंधों के दायरे में घिर सकते हैं| लेकिन, कितने भी प्रतिबंध क्यों ना लगाए जाएं रशिया यूक्रैन के युद्ध में दबेगी नहीं, ऐसी सख्त चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दी| 

यूक्रैन पर सैन्य कार्रवाई नहीं की होती तब भी पश्‍चिमी देशों ने किसी ना किसी कारण से रशिया पर प्रतिबंध लगाए ही होते, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने ड़टकर कहा| तो, इन प्रतिबंधों का रशिया पर असर हो रहा है और इससे मुश्किलें बढ़ी हैं, यह भी उन्होंने स्वीकार किया| इन प्रतिबंधों की वजह से कुछ मुश्किलें आई हैं, कुछ समस्या खड़ी हुई है| लेकिन, रशियन जनता ने ऐसी समस्याओं का पहले भी सामना किया था| अब भी रशियन जनता इसे परास्त करेगी| पर, अन्त में इसकी वजह से रशिया अधिक स्वतंत्र, आत्मनिर्भर एवं सार्वभौम देश बनकर आगे आएगी, यह संदेश राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने रशियन जनता को दिया|

तो, रशिया पर निर्बंध लगाने वाले देशों में इससे महंगाई बढ़ रही है, उनकी जनता की समस्या बढ़ी है| पर, वे इसका ठिकरा रशिया पर फोड़ रहे हैं| लेकिन, इससे रशिया को कोई सरोकार नहीं है, यह भी पुतिन ने कहा| पश्‍चिमी देशों ने प्रतिबंध लगाए हैं, फिर भी एक ज़िम्मेदार देश के तौर पर रशिया अपनी ओर से ग्राहकों को ईंधन दे रही है| यूक्रैन से जानेवाली पाइपलाइन के ज़रिये यूरोपिय देशों को ईंधन वायु की आपूर्ति अच्छी तरह से हो रही है, इस पर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने ध्यान आकर्षित किया| फिर भी इन देशों में ईंधन की कीमतें बढ़ रही हैं, मगर रशिया  इसके लिए ज़िम्मेदार नहीं है। इसके लिए इन देशों के गलत अनुमान ही ज़िम्मेदार हैं, ऐसी फटकार रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने लगाई|

अगले दिनों में रशिया पर अधिक सख्त प्रतिबंध लगाए गए तो रशिया और बेलारूस जैसे देशों के वैश्विक स्तर पर अनाज के निर्यात का हिस्सा ध्यान में रखकर ही अनाज की कीमतों में बड़ा उछाल आएगा, यह इशारा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दिया है| 

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