सौदी-इस्रायल सहयोग वर्ष के भीतर स्थापित होगा – इस्रायल के पूर्व राजदूत का दावा

रोम – जब बेंजामिन नेत्यान्याहू प्रधानमंत्री थे तब सन २०२० में इस्रायल ने चार अरब देशों के साथ अब्राहम समझौता किया था। इसके बाद कोई भी देश इस समझौते का हिस्सा नहीं बना। लेकिन, जल्द ही प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करके नेत्यान्याहू अन्य अरब देशों को अब्राहम समझौते में शामिल करने के लिए प्राथमिकता देंगे। एक वर्ष के भीतर सौदी और इस्रायल भी अब्राहम समझौता करेंगे’, ऐसा दावा इस्रायल के पूर्व राजदूत डैनी डैनन ने किया।

इस्रायल के पूर्व राजदूतखाड़ी के यूएई, बहरीन की तरह जल्द ही सौदी अरब भी इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता करेगा, यह बयान करने वाली खबरें इन दिनों बढ़ रही हैं। सौदी की मंजूरी के बिना यूएई और बहरीन ने इस्रायल के साथ यह समझौता किया ही नहीं होता। इसकी वजह से सौदी भी इस समझौते के पक्ष में होने का दावा इस्रायली अधिकारी ने किया था। कुछ महीने पहले सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने एक साक्षात्कार के दौरान इस्रायल के साथ सहयोग करने के लिए उत्सुक होने का बयान किया था।

इस्रायल के पूर्व राजदूतलेकिन, इस्रायल की लैपिड सरकार और अमरीका के बायडेन प्रशासन ने अब्राहम समझौते में सौदी अरब या अन्य अरब देशों को शामिल करने की कोशिश नहीं की, ऐसी आलोचना इस्रायल के पूर्व राजदूत डैनी डैनन ने सीधे ज़िक्र किए बिना कर दी। लेकिन, अगले साल इस्रायल और सौदी के बीच ऐसा सहयोग स्थापित होगा, यह विश्वास डैनन ने ‘अब्राहम अकॉर्डस्‌‍ ग्लोबल लीडरशीप समिट’ में व्यक्त किया। बेंजामिन नेत्यान्याहू जब इस्रायली प्रधानमंत्री पद की बागड़ोर संभालेंगे तब इसकी गतिविधियां शुरू होंगी, यह जानकारी डैनन ने साझा की।

नेत्यान्याहू पहली विदेश यात्रा के लिए यूएई जाएंगे। इसके बाद उनकी सौदी जाने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता, यह दावा डैनन ने किया। ‘अब्राहम समझौता एक दिन में नहीं हुआ था और इसके लिए कई महीने तैयारी करनी पड़ी थी। साथ ही पिछले कुछ सालों में इस्रायल और सौदी में संपर्क स्थापित हुआ है और इसका असर जल्द ही दिखाई देगा। दोनों देशों के नेताओं ने पहल करके साहसी निर्णय लिए तो अब्राहम के सभी बच्चों में जल्द ही शांति स्थापित होगी’, ऐसा डैनन ने कहा। इस दौरान उन्होंने कुछ पश्चिमी एवं अरब नेताओं से मुलाकात की।

इसी बीच, ईरान में आयातुल्ला खामेनी की हुकूमत के विरोधी एवं विदेश में आश्रय पाने वाले ईरानी नेताओं ने भी इस्रायल के अब्राहम समझौते का हिस्सा बनने की तैयारी दर्शायी है। सन १९७९ की इस्लामी क्रांति से पहले ईरान और इस्रायल के बीच सहयोग था, इसकी याद भी इन ईरानी नेता ने दिलाई है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.