चीन का विरोध नजरअंदाज करके यूरोप के स्लोवाकिया का शिष्टमंड़ल ताइवान पहुँचा

स्लोवाकियाताइपे – चीन के इशारों को नजरअंदाज करके यूरोप के स्लोवाकिया का उच्चस्तरीय शिष्टमंड़ल ताइवान का दौरा कर रहा हैं| रविवार के दिन स्लोवाकिया का अधिकृत झंड़ा और नाम वाले विमान से ४० से अधिक लोगों का शिष्टमंड़ल राजधानी ताइपे में उतरने की जानकारी स्थानीय माध्यमों ने प्रदान की| बीते महीने ही यूरोपिय संसद के शिष्टमंड़ल ने ताइवान की यात्रा की थी| इसके बाद यूरोपियन नेता और अधिकारियों की फिर से ताइवान यात्रा चीन को संदेश देने की कोशिश होने की बात विश्‍लेषक कह रहे हैं|

स्लोवाकिया के वाणिज्य उप-मंत्री कैरोल गैलेक के नेतृत्व में ४३ लोगों का शिष्टमंड़ल रविवार के दिन ताइवान पहुँचा| यह शिष्टमंड़ल स्लोवाकिया का नाम और झंड़ा वाले विमान से ताइपे हवाई अड्डे पर उतरने की बात सामने आयी है| इस वजह से स्लोवाकिया के शिष्टमंड़ल का यह ताइवान दौरा अधिकृत होने की बात स्पष्ट हुई है और यह बात चीन को काफी परेशान कर सकती है| स्लोवाकिया के शिष्टमंड़ल में १८ उच्चस्तरीय अधिकारी, वैज्ञानिक एवं उद्यमियों का समावेश है| यह शिष्टमंड़ल शुक्रवार १० दिसंबर तक ताइवान में रहेगा, यह जानकारी साझा की गई है|

स्लोवाकियाताइवान में ‘रिप्रेज़ंटेटिव ऑफिस’ शुरू करनेवाले चुनिंदा यूरोपिय देशों में से एक है, ऐसी स्लोवाकिया की पहचान है| वर्ष २००३ में इस राजनीतिक दफ्तर को शुरू किया गया था| इसके बाद दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारी सहयोग बढ़ना शुरू हुआ था| फिलहाल इन दो देशों के बीच तकरीबन ३० करोड़ डॉलर्स का व्यापार हो रहा है और बीते वर्ष से इसमें १८ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है| ताइवान ने स्लोवाकिया में लगभग ६० करोड़ डॉलर्स का निवेश किया है| कोरोना के दौर में स्लोवाकिया ने ताइवान को वैक्सीन के डेढ़ लाख से अधिक डोस तोहफे में दिए थे| अक्तुबर में ताइवान के शिष्टमंड़ल ने स्लोवाकिया का दौरा किया था|

स्लोवाकियास्लोवाकियन शिष्टमंड़ल का यह दौरा किसी यूरोपियन शिष्टमंड़ल का दूसरा ताइवान दौरा है| बीते महीने में ही यूरोपिय संसद के शिष्टमंड़ल ने ताइवान की यात्रा की थी| यह यात्रा यूरोपिय महासंघ द्वारा ताइवान को अपनाने की नई नीति का हिस्सा माना जाता है| सितंबर में यूरोपियन संसद ने ताइवान के साथ संबंध मज़बूत करने का निर्णय किया था| इसके बाद महासंघ का हिस्सा होनेवाले लिथुआनिया में ताइवान की ‘डिफैक्टो एम्बसी’ मानी जाएगी, ऐसे दफ्तर को शुरू किया गया था| लिथुआनिया और स्लोवाकिया के अलावा चेक रिपब्लिक ने भी ताइवान के साथ संबंध मज़बूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं|

यूरोपिय देश और ताइवान का बढ़ता सहयोग चीन को काफी चूभने लगी है| कुछ दिन पहले ही चीन ने किसी भी तरह की सूचना दिए बिना लिथुआनिया से आयात बंद किया था| यूरोप के अन्य देशों ने लिथुआनिया के रास्ते पर ना चले, इस मंशा से चीन ने दबाव डालने की और धमकाने की कोशिश शुरू की है| इसके बावजूद स्लोवाकिया ने उच्चस्तरीय शिष्टमंड़ल ताइवान भेजकर चीन का दबाव ठुकराया दिख रहा है|

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