यूक्रेन की रक्षा सहायता रोककर ताइवान को हथियारों की अधिक आपूर्ति करें – अमेरिकी सांसदों की मांग

ताइपे/वॉशिंग्टन – अमेरिका की संसद ने पिछले महिने पारित किए विधेयक में यूक्रेन के लिए प्रदान हो रही आर्थिक सहायता रोक दी थी। इसका असर यूक्रेन और अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने लगा है। अमेरिका के रिपब्लिकन सांसदों ने यूक्रेन को प्रदान हो रही रक्षा सहायता रोककर ताइवान को शीघ्रता से हथियारों की आपूर्ति शुरू करने की भूमिका अपनाई है। रिपब्लिकन पार्टी के सांसद माईक कॉलिन्स ने हाल ही में ताइवान का दौरा किया और ताइवान की सहायता करने के मुद्दे पर पहल करते दिखाई दे रहे हैं।

यूक्रेन की रक्षा सहायता रोककर ताइवान को हथियारों की अधिक आपूर्ति करें - अमेरिकी सांसदों की मांगपुरे विश्व का ध्यान यूक्रेन युद्ध पर केंद्रित होने का लाभ उठाकर चीन जल्द ही ताइवान पर हमला कर सकता है, ऐसी चिंता ताइवानी नेताओं ने व्यक्त की थी। इस बीच यूक्रेन युद्ध से सबक सीखकर बायडेन प्रशासन शीघ्रता से ताइवान को हथियारों की आपूर्ति करें, ऐसा आवाहन अमेरिकी रिपब्लिकन नेता एवं सैन्य विश्लेषकों ने किया था। बायडेन प्रशासन यूक्रेन की तरह ताइवान की सुरक्षा को अनदेखा कर रहा हैं, ऐसी आलोचना भी हुई थी।

इसके बाद अमेरिका के रक्षा विभाग ने ‘प्रेसिडेंशियल ड्रॉडाऊन ऑथॉरिटी’ (पीडीए) के तहत ताइवान को एक अरब डॉलर की सैन्य सहायता प्रदान करने का ऐलान किया था। यूक्रेन की रक्षा सहायता रोककर ताइवान को हथियारों की अधिक आपूर्ति करें - अमेरिकी सांसदों की मांगबायडेन प्रशासन ने अगस्त महीने में ताइवान के लिए ३४ करोड़ ५० लाख डॉलर के हथियारों की सहायता देने का ऐलान किया था। इस बीच ‘फॉरेन मिलिटरी फाइनान्सिंग’ के तहत ८ करोड़ डॉलर के हथियार सहायता में प्रदान होंगे, यह भी सामने आया था। लेकिन, अमेरिका ने किए इन ऐलानों के अनुसार ताइवान को अभी तक हथियार प्राप्त नहीं हुए हैं। इनमें मिसाइल, कोस्टल डिफेन्स सिस्टिम’ ड्रोन, लड़ाकू विमानों का समावेश हैं।

बायडेन प्रशासन ने बड़े बड़े ऐलान किए हो, फिर भी यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमेरिका ने अपना अधिकांश ध्यान यूक्रेन की ओर मोड़ा था। इस वजह से ताइवान की सरकार में भी अमरीका के विरोध में नाराज़गी देखी गई थी। यूक्रेन की रक्षा सहायता रोककर ताइवान को हथियारों की अधिक आपूर्ति करें - अमेरिकी सांसदों की मांगअमेरिका की सहायता ताइवान तक पहुंचने के लिए और कुछ साल लग सकते हैं। उससे पहले चीन ने ताइवान पर हमला करने की जल्दबाजी की तो ताइवान का भारी नुकसान हो सकता हैं, ऐसी चेतावनी अभ्यास गुट और विशेषज्ञ दे रहे हैं। सांसद माईक कॉलिन्स ने इस बीच यह दावा किया कि, ताइवान को अभी तक १९ अरब डॉलर के हथियार प्राप्त नहीं हुए हैं।

इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ताइवान को शस्त्र सहायता देने का प्रस्ताव यूक्रेन के प्रस्ताव में शामिल करें, ऐसी सूचना अमेरिकी संसद से करने की जानकारी सामने आ रही है। रशिया-यूक्रेन संघर्ष के बीच में यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने में हुई देरी पर गौर करके ही ताइवान संबंधित मांग रखी गई है। लेकिन, अमेरिकी सांसदों ने इसका तीव्र विरोध करने की बात कही जा रही है।

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