ईरान में संदिग्ध विस्फोट और हमले अभी भी जारी

तेहरान – ईरान के फिरोझाबाद के रासायनिक कारखाने में विस्फोट होने से १३३ लोग घायल हुए। इनमें से कुछ की मौत होने की संभावना जतायी जा रही है। इसी बीच कुछ ही घंटे पहले ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के एरोस्पस विभाग के दो सैनिक मारे गए हैं। ईरान के माध्यम इसके लिए इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ज़िम्मेदार होने के आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच, इस्रायल की राष्ट्रीय सुरक्षा समिती ने तुर्की गए हुए इस्रायली नागरिकों के लिए ‘लेवल ४’ का उच्च स्तर का अलर्ट जारी किया है। ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के एजेंटस्‌‍ इस्रायली नागरीक और उद्यमियों को लक्ष्य करेंगे ऐसी संभावना जताकर इस्रायल ने यह चेतावनी दी।

साल २०२० में ईरान के प्रमुख वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की राजधानी तेहरान में गोली मारकर हत्या हुई। इसी साल ईरान के नतांझ परमाणु प्रकल्प में संदिग्ध विस्फोट हुआ था। परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी इन दोनों घटनाओं ने ईरान को दहला दिया था। फखरीझादेह की हत्या और नातांज़ में विस्फोट के लिए इस्रायल की गुप्तचर संगठना ‘मोसाद’ ज़िम्मेदार होने का आरोप ईरान ने लगाया था। साथ ही इस्रायल को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी, ऐसा ईरान ने धमकाया था।

पिछले कुछ महीनों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम, सेना, रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ से संबंधित अधिकारी एवं ठिकानों पर संदिग्ध हमले हो रहे हैं। फ़रवरी में ईरान के रमानशाह में रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के गोदाम को आग लगी थी। पिछले महीने कुदस्‌‍ फोर्सेस के वरिष्ठ अधिकारी कर्नल हसन सय्याद खोदाई की उनके घर के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या की थी। इसके बाद रिवोल्युशनरी गार्डस्‌, कुदस्‌‍ फोर्सेसे से संबंधित अधिकारी और सैनिकों की हत्याओं का सत्र शुरू हुआ है।

चार दिन पहले ईरान सेना का दल रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के एरोस्पेस विभाग के दो सैनिक मारे गए। ड्रोन की तकनीक पर काम कर रहे अपने इन दोनों सैनिकों की मौत संबंधित जानकारी रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ छुपा रहा है, ऐसा दावा हो रहा है। अपने सैनिक विभिन्न अभ्यास मुहिम पर थे तभी वे शहीद हुए, ऐसा ईरान का कहना है। लेकिन, ईरान के शत्रु ने रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के सैनिकों को मार गिराने की आशंका ईरान के माध्यम व्यक्त कर रहे हैं। इसे दो दिन नहीं बीते हैम कि ईरान के फार्स प्रांत के फिरोज़ाबाद के रासायनिक कारखाने में विस्फोट होने से बड़ी आग लगी।

वहां के एक टैंक से रिसाव होने के कारण यह दुर्घटना होने की खबर ईरान के सरकारी समाचार चैनल ने दी। लेकिन, ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ से संबंधित कारखाने में दुर्घटना नहीं हुई है, बल्कि हमला होने का दावा ईरान के विश्लेषक कर रहे हैं। इस दौरान सेना अधिकारी, वैज्ञानिक एवं अतिसंवेदनशील ठिकानों पर हो रहे हमलों की वजह से ईरान आगबबूला हुआ है, ऐसा इस्रायली माध्यमों का कहना है। इसका प्रतिशोध लेने के लिए ईरान अन्य देशों में इस्रायली नागरिक और हितसंबंधों पर हमले कर सकता है। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल ने तुर्की में अपने नागरिकों को सावधानी बरतने का इशारा दिया हुआ दिखाई दे रहा है।

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