अफ़गान नागरिकों के लिए ऑस्ट्रेलिया ने भेजा अनाज तालिबान ने लूटा

australia-afghan-aid-taliban-1कैनबेरा/काबुल – अफ़गान नागरिकों के सिर पर भूखमरी का संकट मंड़रा रहा हैं और इस देश के बच्चे भूखमरी का शिकार बनेंगे, यह इशारा अंतरराष्ट्रीय संगठन दे रही हैं| इसका संज्ञान लेकर ऑस्ट्रेलिया और अन्य कुछ देश संयुक्त राष्ट्रसंघ के माध्यम से अफ़गान नागरिकों के लिए अनाज़ की आपूर्ति कर रहे हैं| लेकिन, यह सहायता ज़रूरतमंदों तक पहुँच नही रही हैं बल्कि तालिबान के आतंकियों ने ही इसकी लूट करने की घटना स्पष्ट हुई है| यह एकमात्र घटना नही हैं, इससे पहले भी तालिबानी आतंकियों ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की लूट करने की जानकारी ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष अखबार ने प्रसिद्ध की हैं|

तीन महीनें पहले तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद अमरीका, यूरोपिय महासंघ समेत विश्‍वभर के देशों ने अफ़गानिस्तान को प्रदान हो रही सहायता रोक रखी थी| पाकिस्तान, चीन, तुर्की और कतार जैसें चुनिंदा देश ही तालिबान के संपर्क में हैं और उन्हें हर तरह की सहायता प्रदान कर रहे हैं| लेकिन, इससे आम अफ़गान नागरिकों की समस्याएं दूर नही हुई हैं| उल्टा अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अफ़गानिस्तान की सहायता रोकने की वजह से यहां की जनता की स्थिति अधिक खराब हुई, ऐसी चिंता संयुक्त राष्ट्रसंघ और संबंधित संगठन व्यक्त कर रही हैं|

australia-afghan-aid-taliban-3करीबन सवा दो करोड़ से भी अधिक अफ़गान भूखमरी के संकट में हैं| आनेवाले कुछ हफ्तों में अफ़गानियों तक सहायता पहुँची नही तो इस देश के बच्चे भूखमरी के सबसे पहले शिकार होंगे, यह इशारा ‘वर्ल्ड फूड प्रोग्राम-डब्ल्यूएफपी’ ने दिया था| अफ़गानिस्तान फिलहाल आपत्ति की दहलिज पर हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने रिस्पान्स नही किया तो बड़ा अनर्थ होगा’, यह चेतावनी डब्ल्यूएफपी के संचालक डेव्हिड बेस्ली ने दी है|

अंतरराष्ट्रीय संगठनों की इस अपिल के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने बीते महीने ३.७ टन आटा अफ़गान नागरिकों के लिए भेजा था| इसे अफ़गानिस्तान के उत्तरी ओर के बड़ाखशान प्रांत के स्थानिय लोगों तक प्रदान करने की योजना थी| लेकिन, तालिबानी आतंकियों ने बंदूक के धौंस पर इस सहायता की लूट की और अफ़गान जनता के मूँह से निवाला छीन लिया| मानवीय सहायता की लूट करके तालिबानी आतंकी भाग गए, यह खबर ऑस्ट्रेलिया के अखबार ने प्रसिद्ध की| डब्ल्यूएफपी की अफ़गानिस्तान में नियुक्त प्रवक्का शेली ठकराल ने तालिबान ने की हुई इस लूट की बात कबुली|

australia-afghan-aid-taliban-2तालिबानी आतंकियों ने बड़ाखशान प्रांत में अंतरराष्ट्रीय सहायता की लूट करने की यह पहली घटना नही हैं| बल्कि, बीते तीन महीनों में तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की ड़कैती की थी| लेकिन, बड़ाखशान की घटना यानी काफी बड़ी बेशरमी हैं, यह आलोचना ऑस्ट्रेलियन अखबार ने की| बड़ाखशान की घटना की तीव्रता काफी बड़ी हैं और तालिबान के नेतृत्व तक इस घटना की जानकारी पहुँची हैं| इसके बाद तालिबानी आतंकियों ने लूटा हुआ कुछ आटा लौटाने का वादा किया| लेकिन, यह आटा अफ़गानिस्तान के ज़रूरतमंदों तक पहुँचा या नही, यह स्पष्ट नही हो सका हैं|

डेढ़ महीनें पहले भारत ने भी अफ़गानियों के लिए ५० हज़ार मेट्रिक टन अनाज और वैद्यकीय सहायता भेजने का ऐलान किया था| इसके लिए पाकिस्तान को अटारी की सीमा से अफ़गानिस्तान तक रास्ता उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भारत ने दिया था| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार ने इसपर निर्णय करने के लिए डेढ़ महीने का अवधि लिया| साथ ही भारत की मानवीय सहायता को रास्ता उपलब्ध कराने के लिए कुछ शर्ते?रखने की जानकारी भी सामने आयी थी| पाकिस्तान की इन शर्तों की भारत ने आलोचना करने के बाद पाकिस्तान ने कुछ शर्तों को हटाया| लेकिन, अफ़गानिस्तान में ५० हज़ार मेट्रिक टन गेंहू पहुँचाने के लिए भारतीय ट्रक्स को अनुमति देने के लिए पाकिस्तान अभी तक तैयार नही हुआ हैं|

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