इस्रायल से सहयोग करने के लिए तालिबान को आपत्ति नहीं – तालिबानी प्रवक्ता के बयान ने चौंकाया

काबुल – ‘चर्चा और समझदारी से सबके साथ हर मसले का हल निकालना ही हमारी भूमिका है। इस वजह से जिस-जिस को हमसे समस्या है और इसका हल निकालने की मंशा रखता है तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं। और इस्रायल के साथ बातचीत करने के लिए भी हम तैयार है’, ऐसा चौंकानेवाला बयान तालिबान के प्रवक्ता मुहम्मद नईम ने कतार के समाचार चैनल से बोलते हुए किया। इस वजह से क्या अब यूएई, बहरीन के बाद तालिबानी हुकूमत वाला अफ़गानिस्तान भी इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता करके राजनीतिक सहयोग स्थापित करेगा, ऐसी चर्चा शुरू हो रही है।

इस्रायल से सहयोगसाल भर पहले तालिबान ने अफ़गानिस्तान में अपनी हुकूमत स्थापित की। इसके बाद तालिबान के प्रवक्ता सुहेल शाहिन ने अंतरराष्ट्रीय माध्यमों को दिए अलग-अलग साक्षात्कार में इस्रायल के अलावा विश्व के अधिकांश देशों के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए तालिबान तैयार होने का बयान किया था। पैलेस्टिन का मुद्दा रेखांकित करते हुए तालिबानी प्रवक्ता ने इस्रायल के साथ संबंध स्थापित नहीं हो सकते, यह ऐलान भी किया था। इसी बीच तालिबान के बड़े नेताओं ने हमास के आतंकियों से मुलाकात के फोटो भी सामने आए थे।

पिछले महीने इस्रायल ने गाज़ापट्टी के आतंकी ठिकानों पर की हुई कार्रवाई की भी तालिबान ने आलोचना की थी। लेकिन, कतार के ‘अल जज़ीरा’ नामक समाचार चैनल ने कुछ दिन पहले तालिबान के राजनीतिक विभाग के प्रमुख मुहम्मद नईम ने दिए साक्षात्कार ने सनसनी निर्माण की है। इसमें तालिबान का प्रवक्ता अपनी संगठन की भूमिका स्पष्ट तौर पर रखता हुआ देखा गया है। इससे पहले तालिबान से शत्रुता रखनेवाले देश या लोगों के साथ चर्चा करने के लिए मसले का हल निकालने के लिए भी अपना संगठन तैयार था, ऐसा तालिबानी प्रवक्ता नईम ने साक्षात्कार में कहा है।

इस्रायल से सहयोग‘क्या तालिबान इस्रायल के साथ भी चर्चा और सहयोग करेगा, यह सवाल नईम को इस साक्षात्कार के दौरान पूछा गया। इस पर ‘इस्रायल के साथ चर्चा करने में समस्या क्या है? यह सभी माध्यमों ने उठाए हुए सवाल हैं। यदि किसी देश या व्यक्ति को हमसे समस्या नहीं है तो उस देश के साथ चर्चा करने में आपत्ति क्या है। आपको इसमें क्या मुश्किल दिखता है, आपका यह सवाल ही गलत है’, इन शब्दों में नईम ने साक्षात्कारकर्ता को सुनाया।

तालिबान के प्रवक्ता ने इस्रायल के मुद्दे पर किए इस बयान को पाकिस्तान और इस्रायली माध्यमों में भारी प्रसिद्धी प्राप्त हुई। इस साक्षात्कार के ज़रिये तालिबान इस्रायल को संदेश दे रही है, ऐसे दावे कुछ लोगों ने किए हैं। यूएई, बहरीन जैसे अरब देशों के बाद तालिबानी हुकूमत का अफ़गानिस्तान भी अब इस्रायल से सहयोग की तैयारी में तो नहीं है? ऐसा सवाल इस्रायली माध्यम पूछ रहे हैं। तो, मुहम्मद नईम के इस साक्षात्कार के कारण तालिबान में दो गुट बनने की बात सामने आयी है। तालिबान के एक गुट ने नईम के बयान से दूरी बनाने की खबरें भी प्रसिद्ध हुई हैं।

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