भारत दवारा अफगानिस्तान को की गई सहायता का तालिबान ने किया स्वागत

Taliban-welcomes-Indiaनवी दिल्ली – भारत ने अफगानी जनता के लिए ५० हजार मेट्रिम टन गेहूं भेजने का निर्णय लिया है। तालिबान के प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने इसका स्वागत करके भारत का शुक्रिया अदा किया है। तो, इसकी वजह से पाकिस्तान के बेचैन होने की बात स्पष्ट दिखाई दे रही है। भारत नहीं चाहता कि, पाकिस्तान और तालिबान के बीच अच्छे ताल्लुकात रहें, ऐसी टीका पाकिस्तान के अंतर्गत सुरक्षामंत्री शेख रशीद ने की है।

तालीबानी हुकूमत आने के बाद अफगानी जनता पर भुखमरी की स्थिति निर्माण हुई है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी आंकडों के अनुसार ४७ लाख अफगानियों की सन २०२२ में भुखमरी हो सकती है। इसके मद्देनजर भारत ने अफगानी जनता के लिए लगभग ५० हजार मेट्रिक टन गेहूं तथा अन्य मानवी सहायता की घोषणा की थी। शुरु में अपने देश से मार्ग देने के लिए आनाकानी करनेवाले पाकिस्तान को तालिबान के डर की वजह से यह मार्ग खोलना पडा है।

भारत की इस सहायता की अंतराष्ट्रीय स्तर पर सरहना हो रही है और इस वजह से अफगानी जनता भारत का शुक्रिया अदा कर रही है। इससे पहले भी भारत ने अफगानिस्तान को दवाईयां और कोरोना की टीके भेजे थे। तालिबान ने इसका स्वागत किया था। अब भारत अफगानी जनता के लिए गेहूं की पूर्ति की है, इसके लिए तालिबान के प्रवक्ता ने भारत का शुक्रिया अदा करते हुए भारत को धन्यवाद कहा है।

भारत द्वारा आपूर्ति  किए जानेवाली इस सहायता के लिए पाकिस्तान ने मार्ग खोला, इस पर भी तालिबान के प्रवक्ता शाहीन ने संतोष व्यक्त किया। मगर इस मानवी सहायता की वजह से भारत का अफगानिस्तान पर अधिक प्रभाव पडेगा, इस चिंता ने पाकिस्तान को परेशान किया है। फिलहाल अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच ड्युरंड लाईन पर तनाव निर्माण हुआ है और वहां पर संघर्ष में पाकिस्तान के सैनिक मारे गए है। इसलिए पाकिस्तान की चिंता अधिक बढी है। आनेवाले समय में तालिबान का भारत के साथ सहकार्य प्रस्थापित होगा और पाकिस्तान के लिए नई चुनौती खडी होगी, ऐसा पाकिस्तानी विश्लेषक कह रहे हैं।

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