’एलएसी’ पर खतरा अभी टला नहीं है – सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकूंद नरवणे

नई दिल्ली – ‘लद्दाख के ‘एलएसी’ पर खतरा अभी तक टला नहीं है। संघर्ष या युद्ध हमेशा ही आखरी विकल्प होता है। लेकिन, यदि भारत पर यह विकल्प थोंपा गया तो, इसमें भारत ही विजयी होगा’, ऐसा बयान सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकूंद नरवणे ने किया है। लद्दाख के ‘एलएसी’ पर तनाव कम करने के लिए भारत और चीन के अफसरों की चर्चा का १४ वां दौर शुरू हुआ है। इससे पहले सेनाप्रमुख ने भारत के निर्धार का चीन को अहसास कराया है।

’एलएसी’ पर खतरालद्दाख के ‘एलएसी’ पर कुछ हद तक तनाव कम हुआ है। लेकिन, जब तक इस क्षेत्र से चीन अपने सैनिक पीछे नहीं हटाता तब तक यहां से खतरा टलने का दावा नहीं किया जा सकता, यह इशारा सेनाप्रमुख ने स्पष्ट शब्दों में दिया। लद्दाख के ‘एलएसी’ पर कुछ स्थानों से सेना पीछे हटाने पर दोनों देशों की सहमति होने की बात सच है। लेकिन, अभी भी कुछ स्थानों से सेना हटाने पर सहमति नहीं हुई है। यह प्रक्रिया पूरी होने तक आगे क्या होगा, यह कहना मुश्किल है। लेकिन, पहले की तुलना में भारतीय सेना ‘एलएसी’ के इस क्षेत्र में काफी बेहतर स्थिति में है, ऐसा कहकर जनरल नरवणे ने इस पर देशवासियों को आश्‍वस्त किया।

आगे के दिनों में भी भारतीय सेना चीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी’ से पुख्ता, निर्धार के साथ और शांति के साथ बातचीत करेगी। यह बातचीत जारी रखते हुए देश की सीमा को लेकर किसी भी तरह से समझौता नहीं किया जाएगा, यह भी जनरल नरवणे ने स्पष्ट किया। लद्दाख के ‘एलएसी’ पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के सैन्य अफसरों की चर्चा का १४ वां दौर शुरू हुआ है। इसी दिन भारत के सेनाप्रमुख ने सख्त शब्दों में चीन को भारत के निर्धार का अहसास दिलाया।

चीन से जुड़ी सीमा पर बुनियादी सुविधाओं के विकास प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। इसके साथ इस क्षेत्र में सैन्य तैनाती बढ़ाई जा रही है, इस ओर जनरल नरवणे ने ध्यान आकर्षित किया। चीन ‘एलएसी’ पर भारी मात्रा में तैनाती करके भारत पर दबाव बढ़ा रहा है, ऐसी खबरें लगातार सामने आ रही हैं। इस पृष्ठभूमि पर सेनाप्रमुख ने साझा की हुई यह जानकारी अहमियत रखती है।

चीन से जुड़ी सीमा से संबंधित यह जानकारी साझा करने के साथ ही सेनाप्रमुख ने पाकिस्तान की सीमा पर कुछ सकारात्मक बदलाव होने की बात दर्ज़ की। लेकिन, आतंकवाद को बर्दाश्‍त ना करने की भारत की नीति कायम रहेगी। मौजूदा स्थिति में सीमा पार के लौन्चिंग पैडस्‌ पर आतंकियों की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं। वहां पर हो रहा आतंकियों का जमावड़ा चिंता की बात है। इससे भारत के पश्‍चिमी पड़ोस से घातक गतिविधियों के संकेत प्राप्त हो रहे हैं यह इशारा भी सेनाप्रमुख ने दिया है। इस वजह से पाकिस्तान की सेना ने पहल करके भारतीय सेना के साथ किए युद्धविराम को खतरा निर्माण हो सकता है, इसका अहसास जनरल नरवणे ने दिलाया।

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