शरणार्थियों के झुंड़ों को रोकने के लिए बेलारूस की सीमा पर पोलैण्ड की सेना तैनाती

poland-belarus-military-deployment-2वार्सा/मिन्स्क – बेलारूस से पहुँच रहे शरणार्थियों के झुंड़ों को रोकने के लिए पोलैण्ड ने सरहदी क्षेत्र में सेना की तैनाती की गई है। पोलैण्ड के रक्षामंत्री मारिउस्झ ब्लैस्झाक ने ‘पोलैण्ड-बेलारूस’ सीमा पर ९०० सैनिकों की तैनाती करने की जानकारी साझा की। पोलैण्ड ने कुछ दिन पहले ही यह इशारा दिया था कि, शरणार्थियों के माध्यम से बेलारूस यूरोपिय महासंघ के खिलाफ ‘हायब्रिड वॉर’ कर रहा है। इस पृष्ठभूमि पर सैनिकों की यह तैनाती अहमियत रखती है।

यूरोपिय महासंघ ने बेलारूस के सर्वेसर्वा अलेक्झांडर लुकाशेन्को समेत सरकार पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। लुकाशेन्को का विरोध कर रहे नेताओं को कुछ यूरोपिय देशों ने आश्रय भी दिया है और बेलारूस पर दबाव ड़ालने की कोशिश भी जारी है। महासंघ की इस कार्रवाई के प्रत्युत्तर में बेलारूस ने शरणार्थियों को इस्तेमाल करना शुरू करने की बात सामने आ रही है। बीते दो महीनों के दौरान लिथुआनिया में लगभग चार हज़ार शरणार्थियों ने घुसपैठ करने की बात स्पष्ट हुई है। इसके अलावा इस महीने दो हज़ार से  अधिक शरणार्थियों ने घुसपैठ करने की जानकारी पोलैण्ड ने साझा की।

poland-belarus-military-deployment-1रशिया की सहायता से बेलारूस शरणार्थियों के झुंड़ों को घुसा रहा है, ऐसे दावे भी सामने आए है। इस पृष्ठभूमि पर लिथुआनिया और पोलैण्ड दोनों ने सीमा से हो रही घुसपैठ रोकने के लिए अतिरिक्त कोशिशें शुरू की है। लिथुआनिया ने पहले ही सीमा पर नई बाड़ खड़ी करना शुरू किया है और सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती भी की है। पोलैण्ड ने भी अब इसी तरह के कदम उठाकर बेलारूस की सीमा पर लगभग ९०० सैनिक तैनात किए हैं। पोलिश यंत्रणाओं ने सीमा पर तारों की बाड़ लगाना भी शुरू किया होने की जानकारी पोलैण्ड ने साझा की है।

बेलारूस द्वारा पोलैण्ड में घुसाए जा रहे शरणार्थियों के पीछे ऑलिम्पिक खिलाड़ियों के आश्रय का भी मुद्दा होने की बात समझी जाती है। कुछ दिन पहले टोकियो ऑलिम्पिक खेलों में शामिल हुई क्रिस्तसिना त्सिमानोस्काया नामक बेलारूस की महिला एथलिट ने पोलैण्ड के दूतावास में प्रवेश करके सनसनी मचाई थी। इस घटना के बाद पोलैण्ड सरकार ने क्रिस्तसिना को मानवीय भूमिका से आश्रय देने का निर्णय किया था। इस घटना के बाद बेलारूस-पोलैण्ड सीमा पर पहुँच रहे शरणार्थियों के झुंड़ों की संख्या बढ़ने लगी है, यह दावा पोलैण्ड ने किया है।

बेलारूस द्वारा पोलैण्ड और लिथुआनिया में घुसाए जा रहे शरणार्थियों के मुद्दे का यूरोपिय महासंघ ने गंभीर संज्ञान लिया है। इस मुद्दे पर बुधवार के दिन महासंघ की बैठक के दौरान बेलारूस शरणार्थियों को राजनीतिक उद्देश्‍य से इस्तेमाल कर रहा है, यह आरोप खुलेआम लगाया गया। साथ ही महासंघ ने बेलारूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का इशारा भी दिया गया है।

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