अमरिकी सैनिकों ने युरोप के परमाणु अस्त्रों के सिक्रेटस्‌ ऑनलाईन किए – ब्रिटीश वेबसाईट की सनसनीखेज जानकारी

ऑनलाईनवॉशिंग्टन – युरोप में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डों पर कितने परमाणु अस्त्र मौजूद हैं, ये परमाणु हथियार कहाँ पर रखें हैं, इनके कोड़ क्या हैं और इन परमाणु हथियारों की सुरक्षा के लिए तैनात सैनिकों का टाईम टेबल क्या है, इस तरह की काफी विस्फोटक जानकारी ‘ऑनलाईन’ हुई है। अमरिकी सैनिकों ने ही, छोटे बच्चों के लिए इस्तेमाल हो रहें ‘ऐप्स’ पर यह जानकारी दर्ज़ करने की बात ‘बेलिंगकैट’ नामक वेबसाईट ने सार्वजनिक की है। इसपर प्रतिक्रिया देने से नाटो और अमरीका दूर रही है।

अमरीका के लष्करी एवं हवाई अड्डे विश्‍वभर में स्थापित हैं। इनमें से कुछ अड्डों पर परमाणु हथियार भी तैनात किए गए हैं। लेकिन, इससे संबंधित जानकारी और ब्यौरा अमरीका सार्वजनिक नहीं करती। जिस देश में अमरीका का अड्डा होता है, उस देश की जनता को भी इससे संबंधित जानकारी का पता नहीं होता। लेकिन जर्मनी, नेदरलैण्ड, इटली, बेल्जियम और तुर्की में स्थित अमरीका के लष्करी अड्डों पर कितने और कौनसे परमाणु अस्त्र मौजूद हैं, इसकी पूरी जानकारी सार्वजनिक हुई है।

ऑनलाईनखोज़ पत्रकारिता करनेवाली ब्रिटीश वेबसाईट ‘बेलिंगकैट’ ने इससे संबंधित खबर जारी की है। युरोप में स्थित लष्करी अड्डों पर तैनात अमरिकी सैनिकों ने ही इसे अंज़ाम दिया होने का बयान बेलिंगकैट ने किया है। लष्करी अड्डों पर रखें गए परमाणु हथियारों के कोडस्‌ और इससे संबंधित सभी जानकारी सुरक्षा के कारणों से कुछ महीनों बाद बदली जाती है। इन परमाणु हथियारों का पूरा ब्यौरा, संबंधित अधिकारी एवं सैनिकों के ध्यान में रहना आवश्‍यक होता है।

लेकिन, अमरिकी सैनिकों ने इन परमाणु हथियारों की यह जानकारी ध्यान में रखने के बजाय, बच्चों के लिए इस्तेमाल हो रहें ‘स्टडी ऐप्स’ में दर्ज़ करके रखी होने का दावा ब्रिटीश वेबसाईट ने किया। इसके लिए अमरिकी सैनिकों ने चेग प्रेप, क्विझलेट और क्रैम जैसें स्टडीऐप्स के फ्लैश कार्डस्‌ का इस्तेमाल किया। इनमें से चेग ऐप के ७० फ्लैशकार्डस्‌ में, नेदरलैण्ड के हवाई अड्डे पर रखें परमाणु हथियारों की खुफ़िया जानकारी थी। इटली के एवियानो हवाई अड्डे पर रखें परमाणु हथियारों का ब्यौरा ‘कैम ऐस्प’ के ८० फ्लैशकार्डस्‌ में रखा गया था।

इस तरह से जर्मनी, बेल्जियम और तुर्की के लष्करी अड्डों पर रखें परमाणु हथियारों की जानकारी भी इन स्टडी ऐप्स के फ्लैशकार्डस्‌ में रखी गई थी। इसके अलावा इस अड्डे के सिक्युरिटी कैमेरा एवं शत्रु के हमलें के समय इस्तेमाल होनेवाले कोडस्‌ का ज़िक्र भी इसमें किया था। वर्ष २०१३ से अप्रैल २०२१ तक की जानकारी कुछ ठिकानों पर पायी गई है।

बेलिंगकैट ने इससे संबंधित जानकारी सार्वजनिक करने से पहले, अमरिकी सेना और नाटो को इससे सूचित किया था। इसके बाद यह जानकारी इन स्टडी ऐप्स से गायब किए जाने की बात बेलिंगकैट ने कही है।

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