आतंकवादी कार्रवाई पर अमरीका की पाक़िस्तान को नई चेतावनी 

वॉशिंग्टन/इस्लामाबाद, दि, ६ (वृत्तसंस्था) – ‘पाक़िस्तान को अपने क्षेत्र के सभी आतंकवादी गुटों पर कार्रवाई करनी चाहिए| ये गुट भले ही पाक़िस्तान के लिए खतरनाक न हों, मग़र पड़ोसी देश के लिए घातक साबित होनेवाले आतंकवादियों पर पाक़िस्तान को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी ही होगी’ ऐसी खरी खरी, अमरीका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने पाक़िस्तान को सुनायी है| कुछ दिन पहले अमरीका ने, पाक़िस्तान को आतंकवाद के खिलाफ़ युद्ध के लिए दी जानेवाली क़रीबन तीस करोड़ डॉलर की अर्थसहायता रोकी थी| इस पृष्ठभूमि पर, ‘अमरीका भारत के साथ हाथ मिलाकर हमारे देश को निशाना बना रहा है’ ऐसा दावा पाक़िस्तान के विशेषज्ञ, अमरीका द्वारा की गयी इस माँग के कारण कर रहे हैं|

Mark-Toner कार्रवाईपाक़िस्तान को अपने भूभाग के, आतंकवादियों के सुरक्षित अभयारण्य पर कार्रवाई करनी चाहिए, ऐसे कड़े शब्दों में मार्क टोनर ने, अमरीका को पाक़िस्तान से रहनेवाली उम्मीद ज़ाहिर की| अपने पड़ोसी देश में घातपात करनेवाले सभी आतंकवादी गुटों पर पाक़िस्तान को सैनिकी कार्रवाई करनी चाहिए| फिलहाल पाक़िस्तान आतंकवादियों पर कार्रवाई कर तो रहा है, मग़र यह कार्रवाई करते समय पाक़िस्तान कुछ विशिष्ट आतंकवादी गुटों को चुनकर उन्हींपर कार्रवाई कर रहा है, ऐसी आलोचना टोनर ने की| ‘पाक़िस्तान आतंकवादियों में भेदभाव न करते हुए, सभी आतंकवादियों पर यह कार्रवाई कर रहा है, यह अमरीका देखना चाहता है, ऐसी फटकार टोनर ने लगाई है|

अफगानिस्तान में ख़ूनख़राबा मचानेवाले हक्कानी नेटवर्क का इस वक़्त टोनर ने ख़ास ज़िक्र किया| अफ़गानिस्तान में आतंकवाद मचानेवाले हक्कानी गुट को पाक़िस्तान द्वारा टार्गेट करना चाहिए और इसके लिए अफ़गानिस्तान से मदद लेनी चाहिए, ऐसा टोनर ने बताया| साथ ही, आतंकवादियों पर की कार्रवाई के लिए भारत और पाक़िस्तान में सहयोग स्थापित होना चाहिए, ऐसा आवाहन भी टोनर ने किया| टोनर द्वारा पाक़िस्तान को यह खरी खरी सुनायी जा रही होते समय, पाक़िस्तान में, अमरीका द्वारा रोकी गयी ३० करोड़ डॉलर की अर्थसहायता पर चर्चा शुरू हुई है| आतंकवाद के खिलाफ़ चल रहे युद्ध में सहयोग करने के लिए पाक़िस्तान को यह रक़म अमरीका द्वारा दी जानेवाली थी|

आतंकवादियो के खिलाफ़ पाक़िस्तान द्वारा की जानेवाली कार्रवाई  संतोषजनक न रहने के कारण यह अर्थसहायता रोकी गयी दिखायी दे रही है। अब इसके आगे पाक़िस्तान को अमरीका से ‘ब्लँक चेक’  नहीं मिलेगा, ऐसा अमरिकी विशेषज्ञों द्वारा जताया जा रहा है। वहीं, पाक़िस्तान में, अमरीका का यह फ़ैसला और अमरीका द्वारा दी गयीं सूचनाएँ इनके पिछे कुछ अलग ही कारण है, ऐसी चर्चा हो रही है| अमरीका ने भारत का पक्ष लेकर, भारत के साथ सहयोग बढ़ाया और अब ये दोनों देश पाक़िस्तान को निशाना बना रहे हैं, ऐसा दावा पाक़िस्तान के अख़बार कर रहे हैं|

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