व्हेनेझुएला की तरफ से सोने के आधार वली दूसरे ‘क्रिप्टोकरेंसी’ की घोषणा

कॅराकस: पिछले वर्ष के अंत में ‘पेट्रो’ इंधन पर आधारित ‘क्रिप्टोकरेंसी’ की घोषणा करने वाले व्हेनेझुएला ने बुधवार को सोने पर आधारित नई ‘क्रिप्टोकरेंसी’ शुरू करने की घोषणा की है। ने ‘क्रिप्टोकरेंसी’ का नाम ‘पेट्रो गोल्ड’ है और उसे सोने के भंडार का आधार होगा, यह जानकारी व्हेनेझुएला के राष्ट्राध्यक्ष निकोलस मदुरो ने दी है। उसके पहले ‘पेट्रो’ इस क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री शुरू की गई है, जिसमें से ७३.५ करोड़ डॉलर्स खड़े करने में सफलता मिली है, ऐसा व्हेनेझुएला सरकार की तरफ से बताया गया है।

व्हेनेझुएला पर अमरिका ने आर्थिक प्रतिबन्ध लगाए हैं और यह प्रतिबन्ध मतलब आर्थिक युद्ध होने का आरोप राष्ट्राध्यक्ष निकोलस मदुरो सतत किया है। इस आर्थिक युद्ध का सामना करने के लिए मदुरो ने, पिछले साल दिसम्बर महीने में देश के प्राकृतिक स्त्रोत के भंडार के आधार पर ‘क्रिप्टोकरेंसी’ की घोषणा की थी। उस समय व्हेनेझुएला यह पहला देश साबित हुआ था।

व्हेनेझुएला के राष्ट्राध्यक्ष ने ‘क्रिप्टोकरेंसी’ की शुरुआत मतलब २१ वी सदी का उदय हो रहा है, ऐसा दावा किया था। उसी समय ‘ब्लॉकचेनबेस ऑब्झर्व्हेटरी’ स्थापन करने के लिए मंजूरी देने की घोषणा भी की थी।

इस साल फ़रवरी महीने में व्हेनेझुएला इंधन भंडार पर आधारित ‘पेट्रो’ इस क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री शुरू की थी। इस बिक्री को अच्छा प्रतिसाद मिलने का दावा करते हुए, उसमें से ७३ करोड़ डॉलर्स से अधिक निधि प्राप्त होने का दावा व्हेनेझुएला सरकार की तरफ से किया गया था। यह जानकारी देते समय ही राष्ट्राध्यक्ष मदुरो ने जल्द ही दूसरी क्रिप्टोकरेंसी शुरू करने की घोषणा की।

नई क्रिप्टोकरेंसी का नाम ‘पेट्रो गोल्ड’ रखा गया है, एक हफ्ते में दाखिल होगी, ऐसा मदुरो ने कहा है। ‘पेट्रो गोल्ड सोने पर आधारित होगी, वह पहली क्रिप्टोकरेंसी से अधिक मजबूत होगी’, जिससे पेट्रो अधिक मजबूत होगा’, ऐसा दावा भी व्हेनेझुएला का राष्ट्राध्यक्ष ने किया है। उसी समय देश के पेट्रोल पंप और सभी सरकारी यंत्रणाओं को ‘पेट्रो’ का इस्तेमाल करने के आदेश भी दिए हैं।

व्हेनेझुएला के पास वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा इंधन भंडार है, ऐसा माना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय यंत्रणाओं ने दिए आंकड़ों के अनुसार व्हेनेझुएला के पास लगभग ३०२ अरब बैरेल्स कच्चे तेल का भंडार है। सोने के भंडार वाले दुनिया के प्रमुख २० देशों में व्हेनेझुएला का समावेश है। उनके पास ३६७ टन से अधिक सोना है, ऐसा माना जाता है।

‘ब्लॉकचेन’ तकनीक के आधार पर विकसित की गई ‘डिजिटल मुद्रा’ के तौर पर क्रिप्टोकरेंसी को पहचाना जाता है। व्हेनेझुएला की तरफ से घोषित किए गए ‘पेट्रो’ की पृष्ठभूमि पर जापान, यूरोप में स्थित इस्टोनिया जैसे देशों में भी ‘क्रिप्टोकरेंसी’ शुरू करने की कोशिश चल रही है, यह जानकारी मीडिया में प्रसिद्ध हुई है।

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