दो सौ से अधिक लोगों केी मौत होने के बाद सुड़ान में दोनों गुटों ने २४ घंटों के लिए किया युद्ध विराम

– अमरिकी राजनीतिक अधिकारी के दल पर हुई गोलीबारी
– यूरोपिय महासंघ के राजदूत पर हुआ हमला
– रक्तपात बंद होने के बाद सुड़ान के शहरों में हुई लूट

खातूम – सुड़ान की सेना और अर्धसैनिक बलों के शुरू संघर्ष में दो सौ से भी अधिक लोगों की मौत हुई और १,८०० लोग घायल हुए हैं। पिछले चार दिवों से जारी यह संघर्ष २४ घंटों के लिए रोकने पर सेना और अर्धसैनिकबल की सहमति हुई है। लेकिन, यह युद्ध विराम ज्यादा समय तर नहीं चलेगा, ऐसी चिंता जताई जा रही है। इसी बीच सुड़ान में अमरिकी राजनीतिक अधिकारी के दल पर गोलीबारी हुई है। इसके अलावा यूरोपिय महासंघ के राजदूत से हमलावरों ने काफी मारपीट की। इन दोनों घटनाओं की वजह से सुड़ान की स्थिति अभी भी नियंत्रण में ना होने की बात दिख रही है।

दो सौ से अधिक लोगों केी मौतराजधानी खार्तूम के साथ मेरोव, पोर्ट सुड़ान, कसाला, गदारीफ, कोस्ती, दामाझीन, अल-फशेर और नायला इन शहरों में पिछले तीन दिनों से जोरदार संघर्ष शुरू है। सेना और अर्धसैनिक बल ने टैंक, तोंप एवं हवाई हमलों का इस्तेमाल करके एक-दूसरे के ठिकानों को लक्ष्य किया है। सुड़ान की सड़कों पर युद्ध शुरू होने की खबरे प्राप्त हो रही हैं। इसे काफी लोगों के हताहत होने का दावा किया जा रहा है।

सुड़ान में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष प्रतिनिधि ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार इस संघर्ष में २०० से अधिक लोग मारे गए हैं। लेकिन, सुड़ान के गृहयुद्ध में मारे गए लोगों की संख्या इससे अधिक होने की संभावना जताई जा रही है। सेना और अर्धसैनिक बल युद्ध विराम करे, यह आवाहन संयुक्त राष्ट्र संघ और अफ्रीकी महासंघ ने किया है। इसके बाद दोनों गुटों ने २४ घंटे के लिए युद्ध विराम घोषित किया।

लेकिन, मंगलवार शाम से यह युद्ध विराम शुरू होगा। साथ ही २४ घंटे से ज्यादा एक सेकंद के लिए भी युद्ध विराम बढ़ाया नहीं जाएगा, ऐसा दोनों गुटों ने स्पष्ट किया गया है। यह युद्ध विराम शुरू होने से पहले राजधानी खार्तूम में अमरिकी राजनीतिक अदिकारियों के दल पर गोलीबारी हुई। राजनीतिक अधिकारी इस हमले से सुरक्षित बच निकल गए। लेकिन, अमरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने इस घटना पर बड़ा गुस्सा व्यक्त किया है। साथ ही अमरिकी हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए सुड़ान की सेना एवं अर्थसैनिक बल ज़िम्मेदार होने की याद ब्लिंकन ने ताज़ा की। 

इस हमले के कुछ ही घंटे बाद सुड़ान में यूरोपिय महासंघ के राजदूत पर भी हमला हुआ। हमलावरों की जानकारी अभी स्पष्ट नहीं हुई है। लेकिन, इससे सुड़ान में अन्य देशों के राजनीतिक अधिकारी एवं नागरिकों की सुरक्षा का मुद्दा चर्चा में है। सेना-निमलष्करी बल के संघर्ष के साथ ही सुड़ान की सड़कों पर सिरफिरों ने लूटा शुरू की है। घर, दुकान की लूट होने की घटनाएं बढ़ी है। इसके बाद भारत ने सुड़ान में स्थित अपने नागरिकों को घरों में ही रुकने की सूचना की है। 

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